Fri, 08 Aug 2025 13:19:22 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
लखनऊ: ऐतिहासिक काकोरी कस्बे में आयोजित काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी महोत्सव का समापन समारोह गुरुवार को देशभक्ति और ऐतिहासिक स्मृतियों के भावपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर जनसभा को संबोधित करते हुए देश की जनता से स्वदेशी वस्तुएं अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि स्वदेशी को अपनाना सिर्फ एक भावनात्मक जुड़ाव या परंपरा नहीं है, बल्कि यह राष्ट्र की आर्थिक मजबूती और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक निर्णायक कदम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम अपने देश में निर्मित वस्तुओं का प्रयोग करते हैं, तो इससे स्थानीय कारीगरों, उद्योगों और छोटे व्यापारियों को प्रोत्साहन मिलता है। इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होते हैं और देश की अर्थव्यवस्था सशक्त होती है। उन्होंने याद दिलाया कि महात्मा गांधी ने आजादी की लड़ाई के दौरान स्वदेशी आंदोलन की शुरुआत करते हुए विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार और देश में निर्मित उत्पादों को अपनाने का आह्वान किया था। गांधीजी के इस विचार ने स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा और ताकत दी थी, और आज हमें उसी मार्ग को पुनः अपनाने की आवश्यकता है।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी ने गोरखपुर के चौरीचौरा कांड और लखनऊ के काकोरी कांड का उल्लेख करते हुए कहा कि ये घटनाएं भारत के वीर क्रांतिकारियों के साहस और बलिदान का जीवंत प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि चौरीचौरा की घटना ने ब्रिटिश शासन को हिला दिया था और काकोरी ट्रेन एक्शन ने यह साबित कर दिया कि भारत के युवा स्वतंत्रता के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, “हम इन वीरों के साहस को नमन करते हैं और उनके बलिदान को कभी नहीं भूल सकते। उनके आदर्श और संकल्प हमें आज भी राष्ट्र के लिए कार्य करने की प्रेरणा देते हैं।”
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने आगामी हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाने के लिए लोगों से सक्रिय भागीदारी की अपील की। उन्होंने कहा कि 13 अगस्त से 15 अगस्त तक सभी लोग अपने घरों, प्रतिष्ठानों और कार्यस्थलों पर तिरंगा फहराएं। उन्होंने बताया कि यह अभियान सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि देश के प्रति सम्मान और एकता का प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जब पूरा देश तिरंगे से सज जाएगा, तो यह दृश्य हर भारतीय के दिल में गर्व और उत्साह का संचार करेगा।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद जवानों के परिजनों को मंच पर बुलाकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की सेवा में प्राण न्यौछावर करने वाले वीर जवानों का ऋण कभी नहीं चुकाया जा सकता, लेकिन उनके परिजनों का सम्मान करना सरकार और समाज की नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने विश्वास जताया कि शहीदों की कहानियां और उनकी वीरगाथाएं आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनी रहेंगी।
समापन समारोह में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। मंच पर स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के जीवन, उनके संघर्ष और बलिदान को दर्शाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिनमें देशभक्ति गीत, नाटक और लोक प्रस्तुतियां शामिल थीं। पूरे आयोजन स्थल को तिरंगे और स्वतंत्रता संग्राम की स्मृतियों से सुसज्जित किया गया था, जिससे वातावरण में एक अद्वितीय देशभक्ति की भावना व्याप्त हो गई।
इस तरह, काकोरी ट्रेन एक्शन के शताब्दी महोत्सव का समापन केवल एक ऐतिहासिक घटना की याद भर नहीं रहा, बल्कि यह स्वतंत्रता संग्राम की गौरवशाली विरासत को पुनः जीवित करने और राष्ट्रहित में कार्य करने के संकल्प के रूप में भी यादगार बन गया।