Thu, 06 Nov 2025 20:53:59 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: रामनगर क्षेत्र में बीते कुछ दिनों से चोरी की घटनाओं ने लोगों की नींद उड़ा दी है। नगर में चोरों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि वे दिन-दहाड़े और रात के अंधेरे में वारदातों को अंजाम देकर फरार हो जा रहे हैं। लगातार हो रही इन घटनाओं ने न केवल आमजन को दहशत में डाल दिया है, बल्कि पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
ताजा मामला विश्वामित्र कॉलोनी का है, जहां गुरुवार की सुबह मोटरसाइकिल घर के बाहर से चोरी हो गई। पीड़ित मनीष सिंह ने बताया कि उन्होंने बुधवार की रात में अपनी बाइक (UP65 DL 4792) घर के बाहर खड़ी की थी, लेकिन सुबह उठने पर बाइक वहां से गायब थी। उन्होंने तुरंत रामनगर थाने में लिखित तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
मनीष सिंह का कहना है कि “रामनगर में अब चोरी आम बात हो गई है। पुलिस की गश्त नाम मात्र की रह गई है। जब भी किसी घटना की शिकायत की जाती है, तो केवल औपचारिकता निभाकर मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।”
गौरतलब है कि इसी कॉलोनी में दो दिन पहले ही अभिषेक श्रीवास्तव के घर चोरी की घटना हुई थी, जिसमें अभी तक पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि चोरों ने मानो पुलिस को सीधी चुनौती दे डाली है एक मामले की जांच पूरी नहीं हुई कि दूसरी घटना सामने आ गई।
इतना ही नहीं, लगभग एक सप्ताह पूर्व सीतापुरी कॉलोनी में भी दो घरों में चोरी की वारदात हुई थी। लोगों के घरों के ताले टूटे, कीमती सामान गायब हुआ, लेकिन पुलिस अब तक किसी भी चोर को पकड़ने में नाकाम साबित हुई है।
क्षेत्र के लोगों में पुलिस की लापरवाही को लेकर भारी नाराज़गी है। निवासियों का कहना है कि रात में पुलिस गश्त बिल्कुल नहीं होती, जिससे चोरों का मनोबल बढ़ा है। मोहल्ले के लोगों ने सामूहिक रूप से तय किया है कि यदि आने वाले दिनों में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो वे थाने का घेराव करेंगे और उच्च अधिकारियों से शिकायत करेंगे।
लोगों ने वाराणसी पुलिस प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग की है। नागरिकों ने कहा कि “हर दूसरे दिन चोरी हो रही है, लेकिन पुलिस सिर्फ बयानबाजी में व्यस्त है। अब हम ठोस कार्रवाई चाहते हैं ताकि चोरों में खौफ पैदा हो।”
रामनगर के कई क्षेत्रों जैसे विश्वामित्र कॉलोनी, सीतापुरी में पिछले कुछ हफ्तों से लगातार चोरी की घटनाएं हो रही हैं। लोग अब अपने घरों के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाने और मोहल्ला स्तर पर निगरानी समितियां बनाने पर विचार कर रहे हैं।
ऐसे में ये सवाल उतना लाजमी है, कि क्या रामनगर पुलिस अब भी अपनी पुरानी रफ्तार में ही काम करेगी या इन घटनाओं से सबक लेकर सख्त कार्रवाई करेगी? जनता को अब जवाब चाहिए कि आखिर चोरों की धरपकड़ कब होगी और नगर में अमन-चैन कब लौटेगा।
पुलिस विभाग को चाहिए कि तुरंत विशेष अभियान चलाकर इन घटनाओं की गहराई से जांच करे, रात्रि गश्त को बढ़ाए, और संदिग्धों पर नजर रखे ताकि आमजन को राहत मिल सके।
रामनगर के लोग अब केवल आश्वासन नहीं, ठोस कार्रवाई चाहते हैं। बढ़ते चोरी के मामलों ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया है, जिसे दूर करना प्रशासन के लिए अब चुनौती बन चुका है।