Tue, 21 Oct 2025 21:42:58 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
लखनऊ: प्रदेश की राजधानी काकोरी इलाके में स्थित शीतला मंदिर परिसर में दीपावली की रात एक बुजुर्ग दलित व्यक्ति के साथ हुई अमानवीय घटना ने पूरे क्षेत्र में रोष पैदा कर दिया है। मामला सोमवार रात का है, जब मंदिर में टहलने गए 65 वर्षीय रामपाल रावत के साथ मंदिर संचालक के एक परिजन ने अभद्र व्यवहार करते हुए उन्हें जबरदस्ती गंदगी चाटने के लिए मजबूर किया। पीड़ित के विरोध करने पर आरोपी ने उन्हें गाली-गलौज के साथ-साथ जान से मारने की धमकी भी दी। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी स्वामीकांत उर्फ पम्मू के खिलाफ एससी-एसटी अधिनियम सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
इंस्पेक्टर सतीश राठौर ने बताया कि घटना काकोरी कस्बे के हाता हजरत साहब वार्ड निवासी रामपाल रावत के साथ घटित हुई। दीपावली के पावन पर्व पर रात करीब 9 बजे वह शीतला मंदिर के प्रांगण में टहल रहे थे। इस दौरान जब उन्होंने पानी पिया, तो अनजाने में कुछ बूंदें जमीन पर गिर गईं। यह देखते ही मंदिर संचालक परिवार के स्वामीकांत उर्फ पम्मू वहां आ पहुंचा और उसने रामपाल पर मंदिर परिसर में गंदगी फैलाने का आरोप लगाते हुए अभद्र व्यवहार शुरू कर दिया। जब रामपाल ने उसे समझाया कि यह तो सिर्फ पानी है, तो आरोपी ने उन्हें ललकारते हुए कहा कि यदि पानी है तो इसे चाटकर दिखाओ। डर और बेइज्जती के भय के कारण मजबूर रामपाल को यह अमानवीय कार्य करना पड़ा।
घटना के बाद जब रामपाल रावत अपने घर पहुंचे और उन्होंने अपने परिजनों को पूरी बात बताई, तो पूरे परिवार और स्थानीय ग्रामीणों में गहरा आक्रोश फैल गया। इसके बाद मंगलवार की दोपहर बड़ी संख्या में लोग काकोरी थाने पहुंचे और आरोपी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग करने लगे। जनाक्रोश को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी स्वामीकांत के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं के साथ-साथ अनुसूचित जाति/जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस द्वारा आरोपी की गिरफ्तारी की कार्रवाई जारी है, साथ ही घटना के सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है। इस मामले ने एक बार फिर समाज में संवेदनशीलता और मानवीय गरिमा के महत्व पर सवाल खड़े कर दिए हैं।