Wed, 26 Nov 2025 19:45:19 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: महादेव की नगरी काशी वैसे भी हर आगंतुक को अपने दिव्य आंचल में समेट लेती है, लेकिन जब कोई कलाकार इस शहर की आध्यात्मिक लय को अपने शब्दों में बुनता है, तो वह क्षण अपने आप में इतिहास बन जाता है। बुधवार की दोपहर ऐसा ही दृश्य देखने को मिला, जब अपनी आगामी फिल्म के प्रमोशन के लिए वाराणसी पहुंचे साउथ सिनेमा के सुपरस्टार धनुष, अभिनेत्री कृति सेनन और निर्देशक आनंद एल राय ने बनारस की मिट्टी को प्रणाम करते हुए अपने अनुभव साझा किए।
धनुष की आवाज़ में काशी का भाव, आस्था की चमक और महादेव के प्रति श्रद्धा साफ झलक रही थी। उन्होंने कहा कि बनारस में कदम रखते ही जो दिव्यता महसूस होती है, वह शब्दों में व्यक्त नहीं की जा सकती।
उन्होंने बताया कि वे पहले भी शूटिंग के सिलसिले में वाराणसी आए थे, लेकिन इस बार शहर उन्हें बिल्कुल बदला हुआ, फिर भी उतना ही आत्मीय लगा।
धनुष ने बताया कि “काशी आकर लगता है जैसे महादेव को समर्पित हो गया हूं। यहां की हवा, यहां के लोगों का प्यार, सब किसी अनकहे चमत्कार की तरह है। यह सौभाग्य है कि पहले शूटिंग और अब प्रमोशन के बहाने फिर से इस पावन धरती पर आने का अवसर मिला। जो भी हो रहा है, वह महादेव की कृपा से हो रहा है।”
उन्होंने इस अवसर पर निर्देशक आनंद एल राय का विशेष आभार भी जताया, जिन्होंने उन्हें एक बार फिर काशी का सान्निध्य दिया।
फिल्म की मुुख्य अभिनेत्री कृति सेनन ने बताया कि शूटिंग के दौरान काशी न आ पाने का हमेशा मलाल रहा, लेकिन जैसे ही प्रमोशन का मौका मिला, उन्होंने पहला निर्णय यहीं आने का लिया।
कृति सेनन ने कहा कि “2016 में एक एड फिल्म शूट करने आई थी। तब बनारस की गलियों में जो अपनापन और सुंदरता थी, वही आज भी कायम है। नौ वर्षों में बहुत कुछ बदल गया होगा, लेकिन काशी के लोगों की गर्मजोशी और आध्यात्मिक ऊर्जा में कोई बदलाव नहीं आया। यहां आकर ऐसा लगता है जैसे मन को शांति मिल गई हो।” कृति की आंखों में वह सुकून साफ झलक रहा था, जो किसी भी यात्री को काशी के घाटों और गलियों में मिलता है।
निर्देशक आनंद एल राय, जो कई बार बनारस को अपनी फिल्मों की पृष्ठभूमि बना चुके हैं, इस शहर से एक अलग ही भावनात्मक रिश्ता रखते हैं। उन्होंने कहा कि काशी में काम करना हमेशा उनके लिए प्रेरणा का स्रोत रहा है।
उन्होंने कहा कि “बनारस अनोखा है। इसकी संस्कृति, इसकी बोली, इसके लोग सब मिलकर इसे किसी कहानी की तरह जीवंत बनाते हैं। यहां पहले भी कई प्रोजेक्ट शूट कर चुका हूं और आगे भी करता रहूंगा। काशीवासियों का प्यार और समर्थन मुझे हमेशा वापस यहां खींच लाता है।” उन्होंने यह भी बताया कि उनकी नई फिल्म 28 नवंबर को देशभर के सिनेमा घरों में रिलीज़ होने जा रही है, और काशी में इसका प्रमोशन करना उनके लिए भावनात्मक महत्व रखता है।
धनुष और कृति दोनों ने वाराणसी के विकास की सराहना करते हुए कहा कि शहर ने आधुनिकता को अपनाया है, लेकिन अपनी आध्यात्मिक जड़ों को और भी मजबूत किया है। धनुष ने विशेष रूप से कहा कि घाटों की व्यवस्था, यातायात और सफाई से लेकर शहर की ऊर्जा तक, हर चीज में एक सकारात्मक परिवर्तन महसूस किया जा सकता है।
धनुष, कृति और आनंद एल राय इन तीनों की बातचीत में एक बात समान रही। काशी की आध्यात्मिक लौ और यहां के लोगों का निर्मल प्रेम। यह प्रमोशन इवेंट सिर्फ एक फिल्म प्रचार नहीं रहा, बल्कि यह उस अनुभूति का उत्सव बना जिसने कलाकारों के मन को छू लिया।