Thu, 17 Jul 2025 15:00:10 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
अमेठी: जनपद अमेठी में बुधवार की शाम एक चौंकाने वाला मामला सामने आया जिसने जिले की प्रशासनिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। विवादों में रहने वाले ड्रग इंस्पेक्टर कमलेश मिश्रा एक बार फिर सुर्खियों में आ गए, जब उन्होंने शराब के नशे में धुत होकर सार्वजनिक सड़क पर हूटर बजाते हुए बेकाबू गाड़ी चलाकर अफरातफरी मचा दी। इस दौरान उन्हें रोकना पुलिस के लिए मुश्किल बन गया और स्थिति ने तनावपूर्ण रूप ले लिया।
यह पूरा घटनाक्रम बुधवार शाम लगभग 6:30 बजे मुंशीगंज कोतवाली क्षेत्र के अमेठी रोड पर घटित हुआ, जब ड्रग इंस्पेक्टर अपनी कार में तेज़ आवाज़ में हूटर बजाते हुए तेज रफ्तार में गाड़ी चला रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, चौराहे के पास कई बार उनकी गाड़ी लोगों को टक्कर मारने से बाल-बाल बची, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कार को रोकने की कोशिश की, लेकिन ड्रग इंस्पेक्टर ने कार की रफ्तार और तेज कर दी और अमेठी रोड की ओर भाग निकले।
करीब दो किलोमीटर तक पीछा करने के बाद पुलिस ने उनकी कार को रोका, लेकिन इसके बाद जो हुआ, उसने पुलिसकर्मियों को भी हैरान कर दिया। कार से बाहर निकलते ही नशे में झूमते हुए कमलेश मिश्रा ने मुंशीगंज थाना प्रभारी शिवाकांत त्रिपाठी और उनकी टीम से न सिर्फ बदसलूकी की, बल्कि SHO त्रिपाठी का कॉलर पकड़कर उन्हें धक्का दे दिया। यह पूरा दृश्य सड़क किनारे मौजूद एक व्यक्ति ने मोबाइल फोन से रिकॉर्ड कर लिया और वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो गया।
वायरल वीडियो में कमलेश मिश्रा पुलिसकर्मियों से बहस करते हुए यह कहते दिख रहे हैं, "2800 ग्रेड पे वाले हो, मैं 5400 ग्रेड पे का पीसीएस अधिकारी हूं, मेरा वीडियो बनाओगे तो इज्जत गिरा दोगे।" इस आपत्तिजनक और अहंकार से भरे बयान ने प्रशासनिक स्तर पर भी हलचल पैदा कर दी है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने कमलेश मिश्रा को हिरासत में लेकर थाने लाया और मेडिकल परीक्षण के लिए अस्पताल भेज दिया।
अभी- अभी विश्वस्त सूत्रों से पता चला है, कि डीएम संजय कुमार चौहान ने मामले को संज्ञान में लेते हुए तत्काल जांच के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी (एडीएम) अर्पित गुप्ता के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है, जिसमें सीएमओ डॉ. अंशुमान सिंह और जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी को भी शामिल किया गया है। डीएम ने स्पष्ट किया कि यह टीम तीन दिनों के भीतर विस्तृत जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी, जिसके आधार पर संबंधित अधिकारी के विरुद्ध आवश्यक प्रशासनिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।