Sat, 26 Jul 2025 13:01:32 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
जम्मू-कश्मीर: केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में शनिवार सुबह भूकंप के झटकों ने लोगों को एक बार फिर सतर्क कर दिया। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.1 मापी गई, जबकि इसका केंद्र जमीन की सतह से पांच किलोमीटर नीचे था। भूकंप के झटके सुबह के समय महसूस किए गए, जिससे कुछ देर के लिए इलाके में दहशत का माहौल बन गया, हालांकि राहत की बात यह रही कि अब तक किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की कोई आधिकारिक सूचना सामने नहीं आई है।
भूकंप के झटकों के समय कई स्थानों पर लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। जम्मू-कश्मीर जैसे भूकंपीय रूप से संवेदनशील क्षेत्र में इस प्रकार की घटनाएं समय-समय पर होती रहती हैं, जिससे स्थानीय प्रशासन और नागरिक दोनों हमेशा सतर्क रहते हैं। भूकंप का केंद्रस्थल और उसकी तीव्रता के मद्देनज़र इसे मध्यम श्रेणी का माना जा सकता है, लेकिन गहराई अपेक्षाकृत कम होने के कारण कई क्षेत्रों में इसका असर स्पष्ट रूप से महसूस किया गया।
स्थानीय प्रशासन ने स्थिति पर नज़र बनाए रखने की बात कही है। संबंधित विभागों को अलर्ट मोड पर रखा गया है ताकि आपात स्थिति में तत्काल कार्रवाई की जा सके। आपदा प्रबंधन टीमों ने भी अब तक किसी भी तरह की अप्रिय घटना से इनकार किया है। उन्होंने बताया कि भूकंप के बाद क्षेत्रीय सर्वेक्षण किए जा रहे हैं ताकि संभावित क्षति या दरारों की जानकारी प्राप्त की जा सके और समय रहते सुधारात्मक कदम उठाए जा सकें।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह के भूकंप प्राकृतिक प्रक्रिया का हिस्सा होते हैं, लेकिन ये इस ओर भी संकेत करते हैं कि क्षेत्र की भूगर्भीय सक्रियता बनी हुई है। नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे भविष्य की आपात स्थितियों के लिए तैयार रहें और भूकंप से संबंधित सुरक्षा उपायों की जानकारी रखें।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर हिमालयी क्षेत्र में स्थित होने के कारण उच्च भूकंपीय जोन में आता है और अतीत में भी यहां कई बार तेज भूकंप दर्ज किए जा चुके हैं। इस बार भले ही भूकंप की तीव्रता अधिक न रही हो, लेकिन सतर्कता और जागरूकता ही किसी भी संभावित खतरे से निपटने का सबसे सटीक उपाय है। फिलहाल स्थिति सामान्य बताई जा रही है और प्रशासन स्थिति पर लगातार निगरानी बनाए हुए है।