Wed, 10 Dec 2025 00:43:44 - By : SUNAINA TIWARI
मुंबई : महाराष्ट्र के बीड जिले में एक फर्जी विवाह रैकेट का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें दूल्हों से पैसे लेकर शादी कराने के बाद नववधू के भाग जाने की योजना बनाई जाती थी। पुलिस ने इस मामले में एक महिला को गिरफ्तार किया है, जबकि गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है। मामला तब खुला जब नई दुल्हन प्रीति राउत शादी के कुछ घंटों बाद ही अपने ससुराल से भागने की कोशिश करती पकड़ी गई।
पुलिस के अनुसार, अंबाजोगाई तहसील के कोडरी गांव निवासी नागेश जगताप इस रैकेट का शिकार बने। एक एजेंट ने उनसे 1.90 लाख रुपये लिए और जल्द शादी कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद सोमवार को जगताप और प्रीति राउत का विवाह कैज तहसील के एक मंदिर में संपन्न कराया गया। शादी में दोनों परिवार मौजूद थे और समारोह के बाद वे कोडरी गांव लौट आए।
शाम करीब साढ़े चार बजे प्रीति राउत ने शौचालय जाने का बहाना किया और वहां से निकलकर गांव के बाहर की ओर जाने लगी। एक ग्रामीण को वह संदिग्ध हालत में घूमती दिखी तो उसने इसकी सूचना जगताप के परिजनों को दी। तलाश के बाद वह दिघोल अंबा बस स्टैंड के पास मिली। पकड़े जाने पर उसने कबूल किया कि यह शादी एक साजिश का हिस्सा थी और उसका उद्देश्य पति को धोखा देकर फरार होना था।
जगताप की शिकायत पर पुलिस ने प्रीति राउत, उसकी चाची, विवाह एजेंट और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अब नोटरी और कंप्यूटर ऑपरेटर से भी पूछताछ करेगी, जिन्होंने शादी से पहले दूल्हे के नाम पर संदिग्ध दस्तावेज और कथित फर्जी आधार कार्ड तैयार किए थे। पुलिस को शक है कि रैकेट कई जिलों में सक्रिय हो सकता है और ऐसे मामले पहले भी सामने आए होंगे।
तहसील कोर्ट ने प्रीति राउत को 10 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। अधिकारियों का कहना है कि यह रैकेट बेहद व्यवस्थित तरीके से काम करता था और इस बात की जांच की जा रही है कि अब तक कितने लोगों को इसका शिकार बनाया गया।