वाराणसी: छात्रा की हत्या के बाद ग्रामीणों का हाईवे पर 3 घंटे तक चक्का जाम, आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग

वाराणसी-प्रयागराज हाईवे पर स्थित विधान बसेरा ढाबे में छात्रा अल्का बिंद की हत्या के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए 3 घंटे तक हाईवे पर चक्का जाम किया, जिससे यातायात बाधित हुआ।

Thu, 03 Jul 2025 16:55:49 - By : MRIDUL KR TIWARI

वाराणसी: बीते मंगलवार रात वाराणसी-प्रयागराज हाईवे पर स्थित विधान बसेरा ढाबे में MSc की छात्रा अल्का बिंद (22) की निर्मम हत्या के मामले में तनाव बुधवार सुबह चरम पर पहुंच गया। अल्का का खून से लथपथ शव ढाबे के कमरे में कंबल में लिपटा मिला था। बुधवार सुबह तक आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से नाराज परिजनों और ग्रामीणों ने शव के साथ हाईवे पर चक्का जाम कर दिया। हाईवे के दोनों लेन बंद कर दिए गए, जिससे 300 से अधिक वाहनों की लंबी कतार लग गई। जाम में फंसे लोगों में दफ्तर, नौकरी और स्कूल जाने वाले लोग भी शामिल थे। वाहन निकालने को लेकर ग्रामीणों और चालकों के बीच नोकझोंक भी हुई, कुछ लोगों ने सर्विस रोड से निकलने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों ने उसे भी बंद कर दिया।

करीब तीन घंटे तक हाईवे पर हंगामा चलता रहा। मौके पर एडिशनल सीपी शिव हरी मीणा पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत की। ग्रामीणों ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और ढाबे पर बुलडोजर चलाने की मांग की। एडिशनल सीपी ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया और उनकी मांगें मानने की बात कही। इसके बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त कर दिया और छात्रा का शव लेकर अंतिम संस्कार के लिए रवाना हो गए। अल्का का अंतिम संस्कार आदलपुर स्थित शवदाह घाट पर किया जाएगा। इस दौरान हाईवे पर करीब 200 बड़े और 100 छोटे वाहन जाम में फंसे रहे।

घटना के बारे में छात्रा के भाई अंजनी बिंद ने बताया कि अल्का बुधवार सुबह 8 बजे ऑटो से खोचवा स्थित बसमत्ती देवी संकठा प्रसाद डिग्री कॉलेज के लिए निकली थी। दोपहर 2 बजे तक वह रोज घर लौट आती थी, लेकिन इस दिन नहीं लौटी। फोन करने पर उसका मोबाइल बंद मिला, जिससे अनहोनी की आशंका हुई। परिवार ने पुलिस को सूचना दी। बाद में मिर्जामुराद पुलिस को पता चला कि रूपापुर के पास हाईवे किनारे ढाबे में एक युवती का शव मिला है। ढाबे के कर्मचारी ने कमरे की सफाई करते समय शव देखा था, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। छात्रा के गले पर गहरे कट के निशान थे और पास से सब्जी काटने वाला बड़ा चाकू, नेक बैंड, स्टॉल, बैग और मोबाइल बरामद किया गया।

फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला कि अल्का ने घरवालों को बताया था कि उसे कॉलेज में पेपर देने जाना है, लेकिन जब परिवार कॉलेज पहुंचा तो पता चला कि उस दिन उसका कोई पेपर ही नहीं था। अल्का मिर्जामुराद के मेहंदीगंज क्षेत्र में अपने पिता चंद्रशेखर बिंद के साथ रहती थी और MSc फर्स्ट ईयर में जूलॉजी की छात्रा थी। ढाबा कॉलेज से महज 500 मीटर की दूरी पर स्थित था, जिससे संदेह गहराता जा रहा है कि आरोपी ने छात्रा को पहले से ही सुनियोजित तरीके से निशाना बनाया।

हत्याकांड के बाद से ही इलाके में दहशत और गुस्सा दोनों है। एडिशनल सीपी और DCP गोमती आकाश पटेल ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों और परिजनों को कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। पुलिस ने जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है। फिलहाल पुलिस की कई टीमें जांच और आरोपियों की तलाश में लगी हैं। इस सनसनीखेज वारदात ने इलाके में छात्राओं और अभिभावकों की चिंता बढ़ा दी है, जबकि प्रशासन पर भी कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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