Thu, 14 Aug 2025 21:03:55 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
मैनपुरी: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में बिछवां थाना क्षेत्र के गांव चिटौआ में गुरुवार दोपहर एक ऐसी घटना हुई, जिसने पूरे इलाके को सदमे और आक्रोश में डाल दिया। एक पिता ने अपने ही मासूम बेटे की नृशंस तरीके से जान ले ली। आरोपी ने पहले बच्चे को कीटनाशक दवा पिलाई और फिर छत से नीचे फेंक दिया। यह घटना आरोपी के अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह और बेटे को अपना न मानने की गलत धारणा के कारण हुई। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
घटना का क्रम
गुरुवार को आरोपी राजबहादुर घर पर था। बताया जाता है कि छत पर रखी कीटनाशक दवा उसने अपने दो वर्षीय बेटे ललित को पिला दी। इसके बाद बेरहमी से उसे छत से नीचे फेंक दिया। मासूम के सड़क पर गिरते ही उसकी गर्दन टूट गई। परिजन और ग्रामीण आनन-फानन में बच्चे को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना के बाद आरोपी का रवैया
बच्चे की मौत के बाद राजबहादुर छत पर चाकू लेकर बैठ गया और धमकी देने लगा कि जो भी पास आएगा, वह खुद को नुकसान पहुंचा देगा। पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन उसकी आक्रामकता देखते हुए थोड़ी देर के लिए पीछे हट गई। इस बीच, ग्रामीणों ने सूझबूझ से काम लेते हुए उसे 50 रुपये की तंबाकू का लालच देकर नीचे आने की कोशिश की। पुलिस ने भी नाटक किया कि वह उसे गिरफ्तार नहीं करेगी और वापस लौट जाएगी। जैसे ही राजबहादुर गेट खोलकर नीचे आया, ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने उसे दबोच लिया।
पारिवारिक विवाद और पूर्व घटनाएं
आरोपी की बहन लक्ष्मी के अनुसार, राजबहादुर की शादी सात साल पहले एटा जिले के नगला गोपी, जसरथपुर गांव की यमुनावती से हुई थी। इस दंपति के दो बेटे हुए – पहला बेटा अंकुश और दूसरा ललित। राजबहादुर शराब का आदी और गुस्सैल स्वभाव का है। वह अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह करता था और ललित को अपनी संतान मानने से इंकार करता था। परिवार के एक सदस्य के साथ पत्नी के अवैध संबंध होने का आरोप लगाता था।
यह पहली बार नहीं था जब उसने हिंसक व्यवहार किया हो। पहले भी वह पत्नी पर दरांती और हंसिया से हमला कर चुका है। यहां तक कि एक बार पुलिस जब उसे पकड़ने गई थी, तो उसने छत से ईंटें फेंकी थीं।
घटना का कारण
मृतक की मां यमुनावती ने बताया कि तीन दिन पहले ही राजबहादुर उसे मायके से लेकर आया था। गुरुवार को खेत में कीटनाशक छिड़कने जाने से पहले उसने पत्नी से शराब के लिए पैसे मांगे। जब यमुनावती ने पैसे देने से मना किया, तो विवाद बढ़ गया और इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया गया।
गांव में शोक और आक्रोश
इस घटना ने पूरे गांव को हिला दिया है। लोग स्तब्ध हैं कि एक पिता अपनी संतान के साथ इतना अमानवीय व्यवहार कैसे कर सकता है। गांव में गहरी संवेदना के साथ-साथ आरोपी के प्रति रोष भी देखा जा रहा है।
पुलिस की कार्रवाई
एसपी सिटी अरुण कुमार और सीओ भोगांव ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। मृतक की मां ने पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है और कहा है कि वह अपने बेटे की हत्या का न्याय कानून के माध्यम से लेगी।
यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि पारिवारिक कलह, अविश्वास और नशे की लत कैसे निर्दोष जिंदगियों को निगल सकती है।