Sun, 09 Nov 2025 16:20:22 - By : Tanishka upadhyay
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने पूरे क्षेत्र को हैरान कर दिया है। जिस विवाहिता को दहेज हत्या का शिकार बताकर उसका अंतिम संस्कार तक न होने देने का आरोप लगाया गया था, वह पुलिस को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में अपने प्रेमी के साथ जिंदा मिली। जांच में पूरा मामला झूठा निकला और पुलिस ने इसे फर्जी दहेज हत्या का केस करार दिया है।
यह मामला सादात थाना क्षेत्र के बरहपार भोजूराय गांव का है। राजवंती देवी ने अक्टूबर 2023 में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी बेटी रुचि की शादी राजेंद्र यादव से हुई थी और ससुराल वालों ने दहेज के लिए उसकी हत्या कर दी और शव गायब कर दिया। इस शिकायत पर पुलिस ने पति राजेंद्र यादव, सास कमली देवी समेत छह लोगों के खिलाफ दहेज हत्या, शव गायब करने और अन्य गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए सीओ सैदपुर रामकृष्ण तिवारी ने जांच शुरू की। पुलिस की सर्विलांस टीम ने रुचि का मोबाइल लोकेशन ट्रैक किया, जिससे पता चला कि वह मध्य प्रदेश के ग्वालियर में है। 7 अक्टूबर को पुलिस टीम ग्वालियर पहुंची और रुचि को उसके प्रेमी गजेंद्र यादव के साथ बरामद किया। रुचि ने पूछताछ में बताया कि उसकी शादी उसकी इच्छा के विरुद्ध कराई गई थी, जबकि वह दसवीं कक्षा से ही गजेंद्र से प्रेम करती थी। मौका मिलते ही वह अपने प्रेमी के साथ भाग गई और ग्वालियर में दूसरी शादी कर ली।
सीओ सैदपुर रामकृष्ण तिवारी ने बताया कि जांच में यह साबित हुआ कि दहेज हत्या का पूरा मामला मनगढ़ंत था। विवाहिता को जिंदा बरामद किया गया है और अब फर्जी शिकायत दर्ज कराने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
रुचि के पति राजेंद्र यादव ने कहा कि उन्हें और उनके परिवार को जानबूझकर झूठे केस में फंसाया गया। उन्होंने बताया कि शादी जून 2023 में हुई थी, लेकिन रुचि कभी उनके साथ नहीं रही। वह लगातार झगड़ा करती थी और अपने मायके चली जाती थी। राजेंद्र ने कहा कि जब वे पत्नी को विदा कराने गए, तो ससुराल वालों ने बताया कि वह वहां नहीं है। इसके बाद उन्होंने थाना सादात क्षेत्र की भीमापार चौकी में शिकायत दी, लेकिन उल्टा उनके खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर दिया गया।
राजेंद्र की मां कमली देवी ने भी आरोप लगाया कि उनकी बहू का किसी और से प्रेम संबंध था और उसने शादी के बाद परिवार को बदनाम करने की साजिश रची। उन्होंने कहा कि पुलिस ने सच्चाई सामने लाकर न्याय किया है और अब वे फर्जी मुकदमा दर्ज कराने वालों के खिलाफ शिकायत करेंगी।
फिलहाल पुलिस ने विवाहिता को मेडिकल परीक्षण के बाद न्यायालय में पेश कर दिया है। अधिकारीयों के अनुसार, अब झूठे आरोप लगाने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की तैयारी चल रही है। यह मामला समाज में दहेज कानून के दुरुपयोग पर भी गंभीर सवाल खड़ा करता है और इसने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की भूमिका को भी उजागर किया है।