Tue, 29 Jul 2025 08:44:07 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
गाजीपुर: कोतवाली पुलिस और एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) ऑपरेशनल यूनिट लखनऊ की संयुक्त कार्रवाई में मादक पदार्थ तस्करी का एक बड़ा मामला सामने आया है। रविवार रात की गई इस छापेमारी में पुलिस ने वाराणसी निवासी अरशद को गिरफ्तार किया है, जिसके कब्जे से 540 ग्राम मादक पदार्थ मॉरफीन बरामद हुई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी अनुमानित कीमत लगभग 54 लाख रुपये बताई जा रही है। यह बरामदगी न केवल क्षेत्रीय स्तर पर नशे के जाल को उजागर करती है, बल्कि संगठित तस्करी गिरोहों की गहरी पैठ की भी ओर संकेत करती है।
जानकारी के अनुसार, एएनटीएफ लखनऊ को गुप्त सूचना मिली थी कि वाराणसी के दशाश्वमेध थानाक्षेत्र अंतर्गत नई सड़क काजीपुरा कला निवासी अरशद गाजीपुर में मादक पदार्थ की डीलिंग करने जा रहा है। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए गाजीपुर शहर कोतवाली पुलिस को तत्काल अवगत कराया गया और संयुक्त टीम गठित कर निगरानी शुरू की गई। इसी दौरान रात 8:10 बजे मुखबिर से सूचना मिली कि अरशद इस समय गाजीपुर के महुआबाग इलाके में स्थित अपने साले के घर में मौजूद है। बताया गया कि अरशद का ससुराल वहीं है और उसके साले निहाल की मृत्यु हो चुकी है। ससुराल में अन्य कोई सदस्य न होने की वजह से अरशद अक्सर वहां ठहरता था और वाराणसी-गाजीपुर के बीच आवाजाही करता रहता था।
मुखबिर की सूचना के आधार पर प्रभारी निरीक्षक दीनदयाल पांडेय के नेतृत्व में गठित टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए महुआबाग स्थित घर पर छापा मारा। पुलिस टीम जब मौके पर पहुंची तो घर का मुख्य दरवाजा खुला हुआ था और अरशद बरामदे में ही बैठा हुआ मिला। उसकी तलाशी लेने पर उसके पास से 540 ग्राम मादक पदार्थ मॉरफीन बरामद की गई। इसके साथ ही उसके पास से एक मोबाइल फोन भी बरामद हुआ, जिसकी जांच के लिए जब्ती कर ली गई है।
प्रारंभिक पूछताछ में यह सामने आया है कि अरशद इस मादक पदार्थ को गाजीपुर में ही संभावित खरीदारों तक पहुंचाने की योजना बना रहा था। पुलिस को संदेह है कि यह कोई एकल अपराध नहीं है, बल्कि इसके पीछे कोई संगठित तस्करी नेटवर्क हो सकता है जो पूर्वांचल के विभिन्न जिलों में सक्रिय है। फिलहाल आरोपी से गहन पूछताछ की जा रही है और उसके मोबाइल डेटा की फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी, ताकि तस्करी के इस जाल में शामिल अन्य लोगों की भी पहचान की जा सके।
गिरफ्तारी के बाद संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। पुलिस और एएनटीएफ की संयुक्त कार्रवाई को लेकर स्थानीय स्तर पर इसकी सराहना की जा रही है, वहीं अधिकारियों का कहना है कि मादक पदार्थों की रोकथाम को लेकर आगे भी इसी प्रकार सघन अभियान जारी रहेंगे।
यह सफलता न केवल गाजीपुर पुलिस और एएनटीएफ की सतर्कता का उदाहरण है, बल्कि यह भी स्पष्ट करती है कि ड्रग माफिया अब छोटे शहरों और कस्बों में भी अपनी पैठ बना रहे हैं। इस कार्रवाई से मादक पदार्थों की तस्करी पर निश्चित रूप से करारा प्रहार हुआ है।