गाजीपुर में नदियों ने ली तीन जिंदगियां, दो की मौत एक किशोरी लापता

गाजीपुर में गंगा-गोमती में नहाते तीन किशोर-किशोरी डूबे, दो की मौत, एक लापता जिससे छठ की तैयारी में मातम छाया।

Sun, 26 Oct 2025 19:48:17 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

गाजीपुर: रविवार का दिन दर्दनाक घटनाओं से भरा रहा, जब दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में गंगा और गोमती नदी में नहाते समय तीन किशोर-किशोरी डूब गए। हादसों में एक 10 वर्षीय बालक और 13 वर्षीय किशोर की मौत हो गई, जबकि 14 वर्षीय किशोरी का अब तक कोई पता नहीं चल सका है। दोनों घटनाओं ने छठ महापर्व की तैयारियों के बीच इलाके में मातम का माहौल पैदा कर दिया है।

पहली घटना खानपुर थाना क्षेत्र के अमहेता गांव की है, जहां अनुराग मिश्रा का 10 वर्षीय इकलौता पुत्र अविरल मिश्रा सुबह अपनी बड़ी बहन भूमि मिश्रा के साथ गांव के पास प्रवाहित गोमती नदी में नहाने गया था। रविवार होने के कारण घाट पर भीड़ थी, लेकिन किसी ने यह अंदाजा नहीं लगाया था कि कुछ ही समय में खुशियों के बीच चीख-पुकार गूंज उठेगी। नहाते समय अविरल अचानक गहरे पानी की ओर चला गया। उसे बचाने में बहन भूमि और रिश्तेदारी में आई वाराणसी के चौबेपुर थाना क्षेत्र के हरिहरपुर की सोना भी डूबने लगीं। घाट पर मौजूद लोगों ने दोनों बच्चियों को समय रहते बाल पकड़कर बाहर निकाल लिया, लेकिन अविरल तेज बहाव में समा गया। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद स्थानीय गोताखोरों ने दोपहर एक बजे अविरल का शव बाहर निकाला। परिजनों के आग्रह पर पुलिस ने पंचनामा कर शव उन्हें सौंप दिया। मासूम की मौत के बाद गांव का माहौल गमगीन हो गया और परिजन बदहवाश हैं।

दूसरी हृदय विदारक घटना गहमर थाना क्षेत्र के नरवाघाट पर घटी, जहां गहमर पट्टी गोविंद राय निवासी खरपत्तू राजभर की 14 वर्षीय पुत्री गंगौत्री और पड़ोस के 13 वर्षीय रोहन राजभर छठ पूजा की बेदी बनाने के बाद गंगा में स्नान कर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोपहर करीब 1:30 बजे दोनों स्नान के दौरान गहरे पानी में उतर गए और तेज बहाव में बहने लगे। देखते ही देखते दोनों डूब गए। स्थानीय गोताखोरों ने काफी प्रयास के बाद रोहन का शव बरामद कर लिया, लेकिन गंगौत्री अब तक लापता है। उसकी तलाश के लिए अभियान जारी है।

घटना की सूचना पर पहुंचे गहमर कोतवाल दीनदयाल पांडेय ने बताया कि रोहन के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, वहीं गोताखोरों की मदद से गंगौत्री की खोज में पुलिस और स्थानीय टीमें जुटी हुई हैं। उधर, दोनों घरों में कोहराम मचा हुआ है। छठ महापर्व जैसे शुभ अवसर से पहले घटी इस त्रासदी ने पूरे क्षेत्र को दहलाकर रख दिया है।

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि नदी में नहाने के दौरान सुरक्षा के पर्याप्त उपाय न होने से ऐसे हादसे आए दिन सामने आते हैं। लोगों ने प्रशासन से घाटों पर निगरानी बढ़ाने, गोताखोर और सुरक्षा प्रबंध अनिवार्य रूप से तैनात किए जाने की मांग की है, ताकि भविष्य में किसी और परिवार को इस तरह के दर्द से न गुजरना पड़े।

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