Tue, 11 Nov 2025 10:27:53 - By : Shriti Chatterjee
वाराणसी के रामनगर में रविवार को गुरु नानक देव जी का 556वां प्रकाश पर्व पूरे श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी रामनगर की ओर से भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें श्रद्धालुओं ने उत्साह और भक्ति का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया। पूरे इलाके में धार्मिक माहौल व्याप्त रहा और हर ओर से "जो बोले सो निहाल, सतश्री अकाल" के जयकारे गूंजते रहे।
शाम 4 बजे गुरुद्वारा सिंहसभा से शुरू हुई शोभायात्रा में सबसे आगे सुसज्जित घोड़े और पंच प्यारे चल रहे थे। उनके पीछे सिख समाज के पुरुष और महिलाएं सबद कीर्तन करते हुए चल रहे थे। शोभायात्रा में सजे हुए वाहन पर पवित्र गुरुग्रंथ साहिब को विराजमान किया गया था, जिसके आगे महिलाएं श्रद्धा से सड़कों की सफाई करती जा रही थीं। श्रद्धालुओं ने रास्ते भर गुरु नानक देव जी के उपदेशों का स्मरण किया और विश्व शांति के लिए अरदास की।
रामनगर किले के सामने जब शोभायात्रा पहुंची, तो सिख समुदाय की ओर से प्रदर्शित परंपरागत युद्धकला और निहंगों का प्रदर्शन देख लोग मंत्रमुग्ध रह गए। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी इस आयोजन में शामिल हुए। जगह-जगह श्रद्धालुओं के लिए जलपान और प्रसाद की व्यवस्था की गई थी। वातावरण में भक्ति, अनुशासन और उत्सव की भावना झलक रही थी।
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने बताया कि प्रकाश पर्व का उद्देश्य समाज में प्रेम, भाईचारा और शांति का संदेश फैलाना है। आयोजन के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था के लिए प्रशासन ने भी विशेष तैयारी की थी। रामनगर के हर कोने में प्रकाश पर्व की रौनक दिख रही थी और पूरा क्षेत्र आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया था।