Wed, 09 Jul 2025 00:49:58 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT-BHU) में मंगलवार को उस समय हड़कंप मच गया जब महामना की बगिया परिसर में स्थित पीसी रे हॉस्टल में रहने वाले एक छात्र के मोबाइल फोन में गुप्त रूप से रिकॉर्ड किए गए वीडियो सामने आए। ये वीडियो हॉस्टल के बाथरूम में नहाते हुए छात्रों के थे। इस घटना ने संस्थान की गरिमा, सुरक्षा और छात्रों की निजता को गहरा आघात पहुंचाया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आईआईटी प्रशासन को जैसे ही इस गम्भीर मामले की जानकारी मिली, तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी छात्र को हिरासत में लिया गया। उसका मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त कर लिए गए हैं। प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम ने हॉस्टल पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और छात्र की पहचान की। पीड़ित छात्रों और अन्य विद्यार्थियों के गुस्से को देखते हुए मंगलवार की देर रात बड़ी संख्या में छात्र लंका थाने पहुंचे और हंगामा करते हुए आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
घटना की शुरुआत मंगलवार को उस समय हुई जब छात्रों के व्हाट्सएप ग्रुप में इस मुद्दे पर चर्चा शुरू हुई। एक छात्र ने संदेश पोस्ट करते हुए लिखा कि पीसी रे हॉस्टल में रहने वाले एक छात्र के मोबाइल में हॉस्टल के आठवें, नौवें और दसवें मंजिल के बाथरूमों में नहाते छात्रों के वीडियो मिले हैं। जैसे ही यह संदेश फैलना शुरू हुआ, कैंपस में तनाव फैल गया। छात्रों को डर सताने लगा कि कहीं ये वीडियो इंटरनेट या सोशल मीडिया पर अपलोड न कर दिए गए हों। हालांकि, अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि इन वीडियो को किसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर शेयर किया गया है या नहीं।
आईआईटी प्रशासन को दी गई लिखित शिकायत में यह स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि आरोपी छात्र के पास से कम से कम 15 वीडियो बरामद हुए हैं। इन वीडियो को गुप्त कैमरे के माध्यम से रिकॉर्ड किया गया था, जिसे आरोपी ने बाथरूमों में चालाकी से छिपाकर रखा था। यह भी आशंका जताई जा रही है कि आरोपी ने इस तरह की हरकत पहले भी की हो सकती है, जिसकी जांच अब प्रशासन की प्राथमिकता बन चुकी है।
इस पूरे घटनाक्रम के सामने आने के बाद आईआईटी प्रशासन ने तुरंत आपातकालीन बैठक बुलाई। मंगलवार शाम को जिमखाना भवन स्थित कमेटी रूम में स्टूडेंट डिसिप्लिनरी एंड पनिशमेंट कमेटी की बैठक बुलाई गई, जिसमें प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्य, संबंधित विभागों के प्रमुख या उनके प्रतिनिधि, चीफ प्रॉक्टर तथा एडमिन वार्डेन शामिल हुए। बैठक का मुख्य एजेंडा था।“पीसी रे हॉस्टल में छात्र द्वारा सुरक्षा और निजता का उल्लंघन।”
पीसी रे हॉस्टल आईआईटी बीएचयू का एक प्रमुख हॉस्टल है, जो 11 मंजिल ऊंचा है और जिसमें 577 कमरे हैं। यह हॉस्टल अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त है जिसमें पढ़ाई, खेलकूद, मनोरंजन और छात्रों की जीवनशैली से जुड़ी सुविधाएं दी जाती हैं। यहां छात्राओं के लिए भी विशेष फ्लोर बने हैं। इतना सुरक्षित माने जाने वाले परिसर में इस तरह की घटना सामने आना संस्थान के लिए चिंता का विषय बन गया है।
घटना के बाद छात्रों में आक्रोश का माहौल बन गया। छात्रों ने आरोप लगाया कि आरोपी ने लंबे समय से इस हरकत को अंजाम दिया है, लेकिन डर या शर्म के कारण पहले किसी ने इसकी शिकायत नहीं की। अब जब सबूत हाथ लगे हैं, तब इस पर खुलकर विरोध हुआ है।
आईआईटी बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर संजय सिंह ने बताया, “छात्रों ने कुछ हरकतें की हैं। लेकिन अभी पूरा मामला स्पष्ट नहीं है। हम इसकी गंभीरता से जांच कर रहे हैं। जांच पूरी होने के बाद ही सारी सच्चाई सामने आएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी।”
लंका थाने के थाना प्रभारी राजकुमार वर्मा ने कहा, “हमें शिकायत मिली है कि बाथरूम में नहाते समय वीडियो बनाए गए हैं। मामले की जांच की जा रही है और साक्ष्य के आधार पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस तरह के अपराध को गंभीरता से लिया जा रहा है।”
प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि दोषी पाए गए छात्र के खिलाफ न केवल संस्थानिक अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी, बल्कि जरूरत पड़ने पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। छात्रों को आश्वासन दिया गया है कि उनकी निजता, सुरक्षा और सम्मान से किसी भी प्रकार का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस मामले ने आईआईटी बीएचयू जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रबंधन ने स्पष्ट कर दिया है कि परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की स्थिति की भी समीक्षा की जाएगी और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त उपाय किए जाएंगे।
फिलहाल, यह मामला जांच के अधीन है और आईआईटी प्रशासन एवं स्थानीय पुलिस मिलकर इस पूरे प्रकरण की तह तक जाने का प्रयास कर रहे हैं। छात्रों में तनाव अभी भी बना हुआ है, लेकिन उन्हें भरोसा है कि इस शर्मनाक कृत्य के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाए जाएंगे।