Thu, 25 Sep 2025 13:34:42 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
नई दिल्ली: भारत ने अपनी रक्षा क्षमता को एक नए मुकाम पर पहुंचाते हुए पहली बार ट्रेन से मिसाइल दागने का सफल परीक्षण किया है। रविवार को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने रेल-आधारित मोबाइल लॉन्चर प्रणाली से मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-प्राइम (Agni-P) का प्रक्षेपण किया। यह प्रयोग पूरी तरह सफल रहा और मिसाइल ने सभी मानकों को हासिल किया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर देशवासियों और वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए कहा कि "भारत ने आज अपनी रक्षा शक्ति में एक नई छलांग लगाई है। रेल-आधारित लॉन्चर से अग्नि प्राइम मिसाइल का सफल प्रक्षेपण हमारी सामरिक क्षमता को और भी सुदृढ़ बनाएगा।"
अग्नि प्राइम की खासियतें
✅अग्नि-प्राइम, अग्नि श्रृंखला की अगली पीढ़ी की मिसाइल है। इसे DRDO ने आधुनिक तकनीक और सामरिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विकसित किया है।
✅मारक क्षमता, यह मिसाइल 1000 से 2000 किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेद सकती है।
✅अत्याधुनिक तकनीक, इसमें हल्के मिश्र धातु और कंपोजिट मटेरियल का इस्तेमाल किया गया है, जिससे इसे आसानी से तैनात किया जा सकता है।
✅मोबाइल लॉन्च सिस्टम, सड़क और अब रेल दोनों से इसे लॉन्च करने की क्षमता भारत की रक्षा तैयारियों को अधिक लचीला और अप्रत्याशित बनाती है।
✅सटीक वार क्षमता, मिसाइल 'रिंग लेजर जिरोस्कोप आधारित नेविगेशन सिस्टम' और उन्नत गाइडेंस तकनीक से लैस है, जो इसे अत्यधिक सटीक बनाती है।
✅परमाणु-सक्षम, यह मिसाइल परमाणु वारहेड ले जाने में सक्षम है।
रेल-आधारित लॉन्चर प्रणाली से मिसाइल दागने की क्षमता भारत की रणनीतिक शक्ति को कई गुना बढ़ा देती है। इससे मिसाइल को गुप्त और सुरक्षित तरीके से देश के किसी भी हिस्से से तैनात और प्रक्षेपित किया जा सकता है। यह क्षमता भारत को संभावित खतरों से निपटने में अधिक लचीलापन और मजबूती प्रदान करेगी।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह परीक्षण केवल तकनीकी सफलता नहीं बल्कि सामरिक दृष्टि से भी बेहद अहम है, क्योंकि इससे भारत की दूसरी प्रहार क्षमता (Second Strike Capability) और मजबूत होगी।
प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री ने दी बधाई
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा, "भारत ने रेल आधारित मोबाइल लॉन्चर से अग्नि प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण कर एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इस सफलता के लिए DRDO और पूरी टीम को बधाई।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वैज्ञानिकों की इस उपलब्धि को देश की सुरक्षा के लिए "अत्यंत गौरवपूर्ण क्षण" बताया।
अग्नि-प्राइम का यह सफल परीक्षण भारत की रक्षा शक्ति को नई दिशा देता है। यह न केवल तकनीकी श्रेष्ठता का परिचायक है, बल्कि भविष्य में भारत की सामरिक सुरक्षा नीति में भी अहम भूमिका निभाएगा।