Sat, 23 Aug 2025 09:03:52 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर चल रही तमाम अटकलों और चर्चाओं के बीच भारत सरकार ने साफ कर दिया है कि चीन का वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म टिकटॉक अभी भी देश में पूरी तरह से प्रतिबंधित है। सरकारी सूत्रों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि टिकटॉक को अनब्लॉक करने या उस पर लगे प्रतिबंध को हटाने का कोई आदेश अब तक जारी नहीं किया गया है। ऐसे में सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रही खबरें और दावे न केवल गलत हैं, बल्कि भ्रामक भी हैं।
पिछले कुछ दिनों से कई उपयोगकर्ताओं ने दावा किया था कि वे टिकटॉक की आधिकारिक वेबसाइट तक पहुंच पा रहे हैं। इन दावों ने इंटरनेट पर हलचल मचा दी थी। हालांकि हकीकत यह है कि वेबसाइट का पेज कुछ लोगों को दिखाई दे रहा था, लेकिन वे न तो अपने अकाउंट में लॉग इन कर पा रहे थे और न ही वीडियो अपलोड या देख पा रहे थे। एप्लीकेशन की स्थिति भी जस की तस रही। यह न तो गूगल प्ले स्टोर और न ही एप्पल के ऐप स्टोर पर उपलब्ध था।
दूरसंचार विभाग से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि इंटरनेट सेवा प्रदाताओं द्वारा लगातार इस वेबसाइट को ब्लॉक किया जा रहा है। ऐसे में यह रहस्य बना हुआ है कि सीमित संख्या में कुछ उपयोगकर्ता इसे आंशिक रूप से कैसे एक्सेस कर पा रहे थे। इस बीच सोशल मीडिया पर यह चर्चा भी जोरों पर रही कि चीन का ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अलीएक्सप्रेस भी कुछ उपयोगकर्ताओं के लिए सक्रिय दिखाई दिया था। हालांकि, सरकार ने इस पर भी कोई ढील दिए जाने की बात सिरे से खारिज कर दी।
यह पूरा घटनाक्रम ऐसे समय सामने आया है जब भारत और चीन अपने तनावपूर्ण रिश्तों को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। वर्ष 2020 में लद्दाख की गलवां घाटी में हुई झड़पों के बाद दोनों देशों के संबंधों में गहरी खटास आ गई थी। हाल ही में दोनों देशों ने सीमा पर शांति बनाए रखने, व्यापारिक संपर्कों को बहाल करने और निवेश प्रवाह को बढ़ावा देने जैसे कई महत्वपूर्ण कदम उठाने की घोषणा की है। इसके अलावा, जल्द ही भारत-चीन के बीच सीधी उड़ानें भी शुरू करने की दिशा में बातचीत चल रही है।
इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अगस्त से 1 सितंबर तक चीन के तियानजिन शहर में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। यह दौरा राष्ट्रपति शी जिनपिंग के निमंत्रण पर हो रहा है। इससे पहले चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने नई दिल्ली का दौरा कर दोनों देशों के रिश्तों को नई दिशा देने की बात कही थी। इसके पहले भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी बीजिंग जाकर द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा कर चुके हैं।
गौरतलब है कि 15 जून 2020 को गलवां घाटी में हुई झड़पों के बाद भारत सरकार ने 59 चीनी एप्स पर प्रतिबंध लगाया था। इस सूची में टिकटॉक और अलीएक्सप्रेस भी शामिल थे। उस समय सरकार ने यह साफ किया था कि ये एप्स उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता से समझौता कर रहे थे, शर्तों का उल्लंघन कर रहे थे और इन्हें स्पाइवेयर या मैलवेयर के रूप में इस्तेमाल किए जाने की आशंका थी।
सरकारी सूत्रों का कहना है कि प्रतिबंधित एप्स पर अब तक कोई पुनर्विचार नहीं किया गया है और वर्तमान परिस्थितियों में ऐसा कोई संकेत भी नहीं है। यानी, टिकटॉक और अलीएक्सप्रेस पर लगे प्रतिबंध पहले की तरह ही लागू हैं और इनसे जुड़े किसी भी दावे पर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए।