Wed, 05 Nov 2025 21:13:16 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
नई दिल्ली: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने अपने सुनहरे इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ते हुए महिला वनडे विश्वकप 2025 का खिताब अपने नाम किया। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फाइनल मुकाबले में 52 रनों की शानदार जीत दर्ज करने के बाद हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में टीम इंडिया ने न केवल देश को गर्व से भर दिया, बल्कि महिला क्रिकेट के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अपना नाम दर्ज कराया। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के बाद टीम दिल्ली पहुंची और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की।
प्रधानमंत्री मोदी ने टीम की इस ऐतिहासिक जीत पर सभी खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि भारतीय महिला टीम की यह उपलब्धि न केवल खेल जगत के लिए बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत है। प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों की प्रतिबद्धता, मेहनत और टीम भावना की सराहना करते हुए कहा कि यह जीत भारत की बेटियों की क्षमता और दृढ़ संकल्प का प्रमाण है।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से कप्तान हरमनप्रीत कौर की नेतृत्व क्षमता और टीम के मनोबल को सराहा। उन्होंने कहा कि लगातार तीन शुरुआती हारों और सोशल मीडिया पर हुई आलोचनाओं के बावजूद टीम इंडिया ने जिस तरह टूर्नामेंट में वापसी की और फाइनल तक अडिग जज़्बे के साथ लड़ी, वह भारतीय खेल भावना की सच्ची मिसाल है।
हरमनप्रीत कौर ने भी प्रधानमंत्री से हुई इस मुलाकात को भावुक अंदाज़ में यादगार बताया। उन्होंने कहा, “मुझे 2017 की याद आ रही है, जब हम विश्वकप के फाइनल में हारने के बाद प्रधानमंत्री जी से मिले थे। तब उन्होंने हमें प्रेरित किया था कि एक दिन ट्रॉफी के साथ लौटें। आज जब हम उस वादे को पूरा करते हुए ट्रॉफी के साथ उनके सामने खड़ी हैं, तो यह पल हमारे लिए बेहद गर्व का है।” कप्तान ने मुस्कराते हुए कहा कि वे अब प्रधानमंत्री से ट्रॉफी के साथ और बार मिलना चाहेंगी।
दिल्ली में हुआ टीम इंडिया का भव्य स्वागत
फाइनल में शानदार जीत के बाद जैसे ही भारतीय टीम दिल्ली पहुंची, एयरपोर्ट से लेकर होटल तक प्रशंसकों और समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी। महिला क्रिकेटरों का ढोल-नगाड़ों, फूलों की वर्षा और “भारत माता की जय” के नारों के साथ गर्मजोशी से स्वागत किया गया। टीम होटल पहुंचने के बाद खिलाड़ियों ने और कोच अमोल मजूमदार ने साथ मिलकर केक काटकर जीत का जश्न मनाया। होटल के बाहर बड़ी संख्या में जुटे प्रशंसकों ने भारतीय झंडे लहराते हुए टीम को बधाई दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर भी पूरी टीम को बधाई देते हुए लिखा कि “यह जीत भारत की बेटियों की शक्ति, साहस और सपनों की जीत है। आपने इतिहास रच दिया है और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बन गई हैं।”
लंबे इंतज़ार के बाद आया सफलता का यह दिन
महिला वनडे विश्वकप के 52 साल के इतिहास में यह पहला मौका है जब भारतीय टीम ने खिताब अपने नाम किया है। इससे पहले टीम इंडिया दो बार, वर्ष 2005 और 2017 फाइनल तक पहुंची थी, लेकिन दोनों ही बार ट्रॉफी जीतने से चूक गई थी। इस बार टूर्नामेंट की शुरुआत में टीम को तीन लगातार हार का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद कई विशेषज्ञों ने टीम की संभावनाओं पर सवाल उठाए थे। मगर हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना, दीप्ति शर्मा और शेफाली वर्मा जैसी खिलाड़ियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से आलोचकों को जवाब देते हुए टीम को विजयी बनाया।
फाइनल मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में 274 रन बनाए, जिसमें कप्तान हरमनप्रीत कौर की 96 रन की पारी और स्मृति मंधाना के 74 रन निर्णायक रहे। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम 222 रनों पर सिमट गई, और भारत ने पहली बार आईसीसी महिला वनडे विश्वकप की ट्रॉफी अपने नाम की।
देशभर में जश्न का माहौल
इस ऐतिहासिक जीत के बाद देशभर में जश्न का माहौल है। वाराणसी, मुंबई, दिल्ली से लेकर छोटे कस्बों तक लोगों ने आतिशबाज़ी कर, मिठाई बांटकर और तिरंगा लहराकर टीम इंडिया की जीत का स्वागत किया। स्कूलों और कॉलेजों में छात्राओं ने महिला टीम की उपलब्धि को “नई पीढ़ी की प्रेरणा” बताया।
खेल मंत्रालय ने घोषणा की है कि टीम इंडिया की प्रत्येक खिलाड़ी को सम्मानित किया जाएगा और देशभर में महिला क्रिकेट को और सशक्त बनाने के लिए विशेष कार्यक्रम चलाए जाएंगे।
हरमनप्रीत कौर ने मुलाकात के अंत में कहा, “यह जीत केवल हमारी नहीं, पूरे भारत की है। हम आने वाले टूर्नामेंट्स में भी देश का नाम रोशन करने के लिए लगातार मेहनत करेंगी।”
इस ऐतिहासिक पल ने न केवल भारतीय महिला क्रिकेट की दिशा बदल दी है, बल्कि यह साबित किया है कि अब भारतीय बेटियां हर क्षेत्र में विश्व पटल पर अपनी अमिट छाप छोड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।