Tue, 19 Aug 2025 09:32:26 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
जालौन: उरई में सोमवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जिसने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया। घरेलू विवाद और पारिवारिक तनाव से जूझ रहे एक युवक ने अपनी दो मासूम बेटियों को यमुना नदी में फेंकने के बाद खुद भी छलांग लगा दी। घटना रामपुरा थाना क्षेत्र के जुहीखा पुल की है, जहां सुबह करीब दस बजे यह मंजर देखने को मिला।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मढ़ेपुरा गांव निवासी रज्जन निषाद (35) मजदूरी करके अपने परिवार का पालन-पोषण करता था। उसकी तीन बेटियां थीं, सुनैना (7), अला (5) और सबसे छोटी बाबू (2)। रक्षाबंधन से कुछ दिन पहले ही उसका पत्नी शारदा देवी से झगड़ा हो गया था। बताया जा रहा है कि रज्जन शराब का आदी था और इसी वजह से पति-पत्नी के बीच अक्सर विवाद होते रहते थे। झगड़े के बाद शारदा अपने मायके औरैया जिले के बड़ेरा गांव चली गई थी। शारदा के जाने के बाद तीनों बेटियां रज्जन के पास ही रह गईं।
करीब 15 दिनों से रज्जन अपनी पत्नी को वापस घर लाने की कोशिश कर रहा था। कई बार फोन करके और परिजनों के माध्यम से भी उसने पत्नी को समझाने की कोशिश की, लेकिन शारदा ने लौटने से साफ इंकार कर दिया। रविवार की रात पति-पत्नी के बीच मोबाइल पर तीखी बहस हुई। इसी बहस से आहत रज्जन ने सोमवार सुबह ऐसा आत्मघाती कदम उठाया, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी।
सुबह रज्जन तीनों बेटियों को लेकर जुहीखा पुल पहुंचा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, उसने पहले बड़ी बेटी सुनैना को नदी में धकेलने की कोशिश की, लेकिन सुनैना किसी तरह हाथ छुड़ाकर वहां से भाग गई। इसके बाद उसने अला और बाबू को तेज बहाव वाली यमुना नदी में फेंक दिया और फिर खुद भी छलांग लगा दी। देखते ही देखते तीनों नदी की प्रचंड धारा में समा गए।
घटना के बाद सुनैना रोते हुए गांव में पहुंची और लोगों को पूरे मामले की जानकारी दी। स्थानीय ग्रामीण तत्काल मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। थोड़ी ही देर में सीओ अंबुज चौधरी, तहसीलदार और पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंच गए। स्थानीय गोताखोरों ने नदी में तलाश शुरू की, लेकिन गहरे पानी और तेज बहाव के कारण सफलता नहीं मिली। इसके बाद एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। टीम ने शाम आठ बजे तक लगातार खोजबीन की, लेकिन किसी का भी पता नहीं चल सका। अंधेरा होने के कारण ऑपरेशन रोकना पड़ा, जिसे मंगलवार सुबह दोबारा शुरू करने की योजना है।
परिजनों के मुताबिक, रज्जन लंबे समय से शराब की लत से परेशान था और पारिवारिक माहौल बिगड़ता जा रहा था। पत्नी के मायके जाने के बाद से उसकी मानसिक स्थिति और बिगड़ गई थी। गांव वालों का कहना है कि यदि समय रहते उसे समझाया जाता या परिवार में सुलह हो जाती, तो शायद यह त्रासदी टल सकती थी।
जालौन के एएसपी कुमार वर्मा ने बताया कि नदी में बहाव काफी तेज है, जिसके चलते तलाश अभियान में कठिनाई आ रही है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि युवक और दोनों मासूम बेटियों की तलाश के लिए एसडीआरएफ और स्थानीय टीमें लगातार काम कर रही हैं और जल्द ही उन्हें ढूंढ़ लिया जाएगा।