Tue, 08 Jul 2025 01:24:23 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
जौनपुर: उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में रविवार शाम सदर इमामबाड़ा बेगमगंज में आयोजित मजलिस के दौरान भाजपा नेता से हुई हाथापाई ने सोमवार को बड़ा विवाद का रूप ले लिया। घटना के बाद पुलिस द्वारा 17 लोगों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने पर सैकड़ों लोगों ने कोतवाली का घेराव किया। हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा, जिसके बाद लगभग ढाई घंटे तक कोतवाली के सामने धरना प्रदर्शन चला।
दरअसल, रविवार को मोहल्ला मीरघर पान दरीबा निवासी सैय्यद कौसर मेंहदी उर्फ शम्सी आजाद मजलिस में खेताब देने पहुंचे थे। मंच पर आते ही कुछ युवकों ने विरोध शुरू कर दिया। उनका आरोप था कि शम्सी आजाद सोशल मीडिया पर समय-समय पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पक्ष में पोस्ट करते रहे हैं और पूर्व में उनके लिए दुआ व चादरपोशी भी की थी। चूंकि ईरान पर अमेरिकी रुख के चलते शिया समुदाय में ट्रंप को लेकर भारी विरोध है, ऐसे में इस तरह की व्यक्ति को मजलिस में बोलने देना स्वीकार नहीं किया गया।
विवाद उस वक्त बढ़ गया जब एक युवक ने मंच पर चढ़कर भाजपा नेता की कॉलर पकड़ ली और धक्का-मुक्की शुरू कर दी। घटना के तुरंत बाद भाजपा नेता की ओर से कोतवाली में तहरीर दी गई, जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रात में ही 17 लोगों को शांतिभंग में गिरफ्तार कर चालान कर दिया।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में तबरेज हैदर, मिर्जा सलमान हैदर, दिलशाद, सिराज अली, जाकिर हुसैन, रजि हैदर, शहबाज, काशिम हैदर, मेहताब हुसैन, यावर अब्बास, गिजान खां, मोहम्मद सैफ, अब्बास मेहदी, सरफराज उर्फ शानू, इमरान हैदर, मुनैवर अली (सभी निवासी बलुआघाट थाना कोतवाली), और हुसैन हसन (निवासी पानदरीबा थाना कोतवाली) शामिल हैं।
सोमवार दोपहर लगभग 3 बजे इस कार्रवाई से नाराज होकर करीब 400 से 500 की संख्या में महिलाएं और पुरुष कोतवाली पहुंच गए और प्रदर्शन करने लगे। पुलिस ने पहले लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन बात न मानने पर हल्का बल प्रयोग करते हुए भीड़ को तितर-बितर किया गया। इसके बावजूद लोगों ने कोतवाली के सामने धरना दे दिया। मौके पर पहुंचे एडिशनल एसपी सिटी आयुष श्रीवास्तव ने दोनों पक्षों से वार्ता की और कहा कि जो भी मांगें हैं, वे लिखित रूप में दी जाएं। इसके बाद स्थिति शांत हुई और प्रदर्शन समाप्त हो गया।
इस दौरान पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में पूरे इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। तनाव की स्थिति को देखते हुए कई थानों की फोर्स मौके पर बुला ली गई थी।
इधर, इसी मामले से जुड़ी एक अन्य घटना में सोमवार को मुफ्तीगंज बाजार में ताजिया जुलूस के दौरान शिया समुदाय द्वारा ईरान के राष्ट्रपति की फोटो लगाए जाने को लेकर पुलिस ने सख्ती दिखाई। जानकारी मिलते ही क्षेत्राधिकारी केराकत अजीत रजक ने मौके पर पहुंचकर फोटो को टेम्पो से हटवा दिया। अधिकारियों के अनुसार, कुछ वर्षों पूर्व कर्बला मैदान में शिया-सुन्नी विवाद में दर्जनों लोग घायल हो गए थे, जिसके चलते इस बार पुलिस अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है।
सीओ अजीत रजक ने बताया कि ईरानी राष्ट्रपति की तस्वीर को हटवा कर ताजिया दफन शांतिपूर्वक संपन्न कराया गया। जौनपुर में इस पूरे घटनाक्रम ने प्रशासन और समुदायों के बीच संतुलन बनाकर कानून व्यवस्था को संभालने की बड़ी चुनौती पेश की, जिसे अधिकारियों ने संयम और तत्परता से नियंत्रित किया।