Sat, 09 Aug 2025 20:54:12 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
कानपुर: जिला कारागार में शुक्रवार रात सुरक्षा व्यवस्था की चूक के चलते हत्या के आरोपी विचाराधीन बंदी असरुद्दीन फरार हो गया। बताया जा रहा है कि असरुद्दीन ने जेल परिसर के एक ऐसे हिस्से से भागने का रास्ता बनाया, जहां निगरानी की कमी थी। सीसीटीवी फुटेज की जांच में सामने आया कि उसने भवन की छत पर चढ़कर और गंगा नदी की ओर बनी एक कमजोर दीवार फांदकर बाहर का रास्ता बनाया। हैरानी की बात यह है कि जेल में करीब 250 सीसीटीवी कैमरे होने के बावजूद उस हिस्से में कोई कैमरा नहीं था, जिसे ‘ब्लैक स्पॉट’ कहा जा रहा है।
घटना की जानकारी मिलते ही जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। डीजी जेल प्रेमचंद मीणा ने तत्काल कार्रवाई करते हुए जेलर मनीष कुमार, डिप्टी जेलर रंजीत यादव, हेड वार्डर नवीन कुमार मिश्रा और दिलशाद खान को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही कानपुर रेंज के डीआईजी जेल प्रदीप गुप्ता को मामले की विस्तृत जांच कर सात दिन में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रशासन का मानना है कि इस तरह की घटना जेल सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर खामी का संकेत है और इसमें संबंधित अधिकारियों की लापरवाही साफ झलकती है। फरार बंदी की तलाश के लिए पुलिस की कई टीमें गठित की गई हैं और आसपास के इलाकों में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। वहीं, इस घटना ने न केवल जेल सुरक्षा प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं बल्कि सीसीटीवी नेटवर्क और निगरानी प्रबंधन की खामियों को भी उजागर कर दिया है।