Tue, 25 Nov 2025 22:31:51 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: काशी की सांस्कृतिक आत्मा एक बार फिर सुरों की पवित्र गूंज से थर्रा उठी, जब सिगरा स्थित मुकुलारण्यम इंग्लिश स्कूल के प्रांगण में काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव–2025 के तहत आयोजित जिला स्तरीय वादन प्रतियोगिता का भव्य और गरिमामय आगाज़ हुआ। संगीतमय वातावरण, प्रतिभा की अनूठी चमक और सांस्कृतिक ऊर्जा ने पूरे परिसर को एक अद्भुत, अलौकिक और अविस्मरणीय रंगों से भर दिया। मानो स्वयं काशी की कलाधारा इस आयोजन में प्रवाहित हो उठी हो।
इस यादगार क्षण के साक्षी बने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वाराणसी कैंट के माननीय विधायक श्री सौरभ श्रीवास्तव, जिन्होंने पारंपरिक दीप प्रज्वलन के साथ प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। दीप की लौ के साथ ही जैसे ही मंच आलोकित हुआ, उसी क्षण यह स्पष्ट हो गया कि यह प्रतियोगिता केवल एक सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि काशी की प्रतिभा, परंपरा और संगीत-साधना के प्रति समर्पण का एक जीवंत उत्सव बनने जा रही है।
लंबे समय से तैयारी कर रहे जिले के प्रतिभाशाली युवा कलाकारों ने आज अपनी-अपनी वादन कला से ऐसा माहौल रचा कि दर्शक मंत्रमुग्ध रह गए। तबला, सितार, बांसुरी, गिटार, ड्रम और अन्य वाद्ययंत्रों की सुरमयी जुगलबंदी ने प्रतियोगिता को एक अद्भुत ऊंचाई प्रदान की। हर प्रस्तुति में समर्पण, साधना और संस्कृति की आत्मा झलक रही थी, मानो प्रत्येक कलाकार काशी के संगीत इतिहास का नया अध्याय लिख रहा हो।
माननीय विधायक श्री सौरभ श्रीवास्तव ने विजेताओं को प्रमाण पत्र और मेडल प्रदान करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामनाएं कीं। उन्होंने कहा कि “काशी की धरती अद्वितीय प्रतिभाओं से भरी है। ऐसे आयोजनों से न केवल युवा कलाकारों को मंच मिलता है, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत भी नई पीढ़ी में संचारित होती है।”
कार्यक्रम की सफलता में जिन लोगों का उल्लेखनीय योगदान रहा, उन्हें भी मंच से विशेष सराहना मिली। विद्यालय के प्रबंधक श्री अजय कुमार तिवारी ने सभी अतिथियों, निर्णायकों, प्रतिभागियों और सहयोगियों का धन्यवाद देते हुए कहा कि यह आयोजन विद्यालय के लिए गर्व का विषय है और आने वाले वर्षों में इसका विस्तार और भव्य रूप देखने को मिलेगा।
इस सांस्कृतिक महोत्सव को सफल बनाने में क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी कार्यालय की अहम भूमिका रही। विशेष सहयोग डॉ. अमूल्य कुमार सिंह (सहायक प्रोफेसर) द्वारा प्रदान किया गया, जबकि पूरे कार्यक्रम का संचालन और आयोजन क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ. ज्ञान प्रकाश वर्मा के कुशल निर्देशन में सुचारु रूप से सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम का मंच संचालन प्रभावी और आकर्षक रहा, जिसका संयोजन डॉ. पूजा सिंह (सहायक प्रोफेसर, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी कार्यालय वाराणसी) और श्रीमती पूनम सिंह (शिक्षिका, विद्यालय) ने सहज और गरिमामय ढंग से किया। आयोजन टीम में श्रीमती सविता मिश्रा, रेनूका उपाध्याय, नेहा विश्वकर्मा एवं संदीप कुमार दुबे का भी विशेष योगदान रहा, जिनकी मेहनत और लगन ने इस अद्भुत कार्यक्रम को यादगार बना दिया।
अंततः, आज का दिन काशी के सांस्कृतिक इतिहास में एक और उजली लकीर खींच गया। एक ऐसा दिन जिसे प्रतिभाओं ने अपने सुरों से सजाया, अतिथियों ने अपने आशीर्वाद से सँवारा और आयोजकों ने अपनी निष्ठा एवं समर्पण से अमर कर दिया। यह आयोजन न सिर्फ वादन प्रतियोगिता थी, बल्कि संगीत, संस्कृति और काशी की गरिमामयी परंपरा का एक जीवंत उत्सव था, जो आने वाले समय में नई पीढ़ी के कलाकारों को प्रेरित करता रहेगा।