Sat, 29 Nov 2025 12:43:08 - By : Palak Yadav
कान्हा की नगरी में नए साल 2026 का आगमन इस बार पहले से अधिक उत्साह और आस्था के साथ देखा जा रहा है। देश भर के श्रद्धालु वर्ष की शुरुआत ठाकुरजी के आशीर्वाद से करना चाहते हैं और इसी कारण उन्होंने अभी से यात्रा की तैयारी शुरू कर दी है। गोवर्धन की परिक्रमा, यमुना पूजन और प्रमुख तीर्थ स्थलों के दर्शन का विशेष महत्व माना जाता है। यही कारण है कि भारी संख्या में भक्त मथुरा और वृंदावन की ओर रुख करने की योजना बना रहे हैं और ट्रेनों में आरक्षण तेजी से भर गया है।
कई श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्होंने पिछले सप्ताह ही अपनी यात्रा का आरक्षण करा लिया था, लेकिन अब स्थिति यह है कि मुंबई और जम्मू की तरफ से चलने वाली ट्रेनों में वापसी यात्रा के लिए रिजर्व टिकट मिलना लगभग असंभव हो गया है। यात्रियों को अब विशेष ट्रेनों के शुरू होने का इंतजार करना पड़ सकता है। इसी के साथ होटलों, आश्रमों और धर्मशालाओं में भी बाद की तारीखों के लिए उपलब्धता में कमी की संभावना जताई जा रही है। शहर में आने वाले दिनों में भीड़ और बढ़ सकती है।
कान्हा की भूमि में भगवान श्रीकृष्ण और राधा के क्रीड़ा स्थल जगह जगह बसे हुए हैं। ये स्थल श्रद्धालुओं की आस्था और भावनाओं का केंद्र माने जाते हैं। हर वर्ष हजारों भक्त यहां आकर गोवर्धन की परिक्रमा लगाते हैं, यमुना पूजन करते हैं और मंदिरों में दर्शन कर अपने वर्ष की शुरुआत करते हैं। इस वर्ष भक्तों की संख्या और अधिक रहने की उम्मीद है क्योंकि बहुत से लोग नए साल की शुरुआत धार्मिक वातावरण में करना चाहते हैं।
श्रद्धालु श्रीकृष्ण जन्मस्थान, द्वारकाधीश मंदिर, गोवर्धन, वृंदावन, बरसाना, गोकुल और बलदेव जैसे प्रमुख स्थलों पर दर्शन की योजना बना रहे हैं। इनमें से कई ने अपनी आने की टिकटें पहले ही सुरक्षित कर ली हैं, लेकिन वापस लौटने के लिए मुंबई और पुणे की तरफ जाने वाली ट्रेनों में आरक्षण लगभग समाप्त हो चुका है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार आने वाले दिनों में अतिरिक्त ट्रेनों की घोषणा भी हो सकती है ताकि यात्रा का दबाव कम किया जा सके।