लखनऊ मेट्रो फेज 2 के लिए LMRC ने LDA से मांगी जमीन, परियोजना में आएगी तेजी

लखनऊ मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने फेज 2 के काम को आगे बढ़ाने के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण से जमीन की मांग की है, जिससे परियोजना में तेजी आएगी।

Tue, 25 Nov 2025 14:18:05 - By : Yash Agrawal

लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने फेज 2 के काम को आगे बढ़ाने के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण से जमीन मांगी है. इस संबंध में LMRC ने आधिकारिक पत्र भेजा है. दोनों विभागों के बीच शासन स्तर पर बैठक भी हो चुकी है और अब कुछ शर्तों पर सहमति बनाने के लिए एक और अंतिम बैठक प्रस्तावित है. फेज 2 के लिए केंद्र सरकार पहले ही 5801 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दे चुकी है, जिससे परियोजना के काम में अब तेजी आने की उम्मीद है.

LMRC ने मिट्टी के सैंपल लेने के बाद चारबाग से वसंत कुंज तक प्रस्तावित मेट्रो लाइन पर जमीन की औपचारिक मांग की है. यह लाइन 11 किलोमीटर से अधिक लंबी होगी और इसमें एलिवेटेड तथा अंडरग्राउंड दोनों तरह के रूट शामिल होंगे. एलिवेटेड रूट की लंबाई 4.286 किलोमीटर और अंडरग्राउंड रूट की लंबाई 6.879 किलोमीटर तय की गई है. चूंकि यह मेट्रो लाइन घनी आबादी वाले इलाकों से होकर गुजरेगी, इसलिए अंडरग्राउंड हिस्से की लंबाई अधिक रखी गई है ताकि यातायात और स्थानीय गतिविधियों पर कम से कम प्रभाव पड़े.

फेज 2 के लिए जमीन उपलब्ध कराना बड़ी चुनौती बन रहा है क्योंकि मांग किए गए ज्यादातर स्थान घनी आबादी या व्यस्त वाणिज्यिक क्षेत्रों में आते हैं. मेट्रो प्रशासन ने LDA से चारबाग, गौतम बुद्ध मार्ग, चौक क्षेत्र के पास राम मनोहर लोहिया पार्क, वसंत कुंज स्थित राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल और हरदोई रोड पर मछली मंडी के पास जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया है. इस संबंध में दोनों विभागों के बीच लगातार बैठकों का दौर जारी है और अंतिम निर्णय जल्द होने की संभावना है.

फेज 2 की ब्लू लाइन को चारबाग में फेज 1 से जोड़ा जाएगा जहां इंटरचेंज स्टेशन बनाया जाएगा. इस रूट पर कुल 12 स्टेशन बनेंगे. अंडरग्राउंड स्टेशनों में चारबाग, गौतम बुद्ध मार्ग, अमीनाबाद, पांडेयगंज, सिटी रेलवे स्टेशन, मेडिकल कॉलेज चौराहा और चौक शामिल होंगे, जबकि ठाकुर गंज, बालागंज, सरफराज गंज, मूसाबाग और वसंत कुंज स्टेशन एलिवेटेड होंगे.

नई मेट्रो लाइन पुराना लखनऊ, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन और एयरपोर्ट को सीधे KGMU से जोड़ेगी. इससे प्रदेश भर से KGMU में इलाज कराने आने वाले मरीजों और उनके परिवार वालों को राहत मिलेगी. अमीनाबाद और चौक जैसे भीड़भाड़ वाले बाजारों तक पहुंचना आसान होगा, जिससे खरीदारों और दुकानदारों को बड़ी सुविधा मिलेगी. इस रूट के बनने से पुराने लखनऊ में जाम की समस्या में भी कमी आने की उम्मीद है.

पहले फेज के निर्माण पर 6928 करोड़ रुपये की लागत आई थी. यह लाइन एयरपोर्ट से मुंशी पुलिया को जोड़ती है और रोजाना लगभग 30 हजार यात्री इस सेवा का उपयोग कर रहे हैं. यूपी मेट्रो के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि मेट्रो के ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर को PIB से मंजूरी मिलना बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट लखनऊ की शहरी आबादी के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और इससे परिवहन व्यवस्था में बड़ा बदलाव आएगा.

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