वाराणसी: लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित ने काशी विश्वनाथ में दर्शन किए, बोले- बाबा ने दिया नया जीवन

मालेगांव ब्लास्ट से बरी लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित ने काशी विश्वनाथ के दर्शन कर आभार जताया, बोले बाबा ने नया जीवन दिया।

Mon, 08 Sep 2025 18:09:41 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

वाराणसी: मालेगांव ब्लास्ट केस (2008) से बरी होने के बाद पहली बार अपने पूरे परिवार के साथ काशी पहुंचे लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत प्रसाद पुरोहित ने सोमवार को बाबा विश्वनाथ के दरबार में विधि-विधान के साथ दर्शन-पूजन किया। इस दौरान उनके चेहरे पर संतोष और गहरी आस्था का भाव साफ दिखाई दे रहा था। बाबा के दर्शन के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए अपने अनुभव साझा किए और काशी की विशेषताओं की दिल खोलकर प्रशंसा की।

पुरोहित ने भावुक अंदाज में कहा कि वे हर साल काशी आकर बाबा विश्वनाथ से न्याय की प्रार्थना करते थे। उन्होंने कहा, जब-जब हम यहां आए, मन में एक ही विनती थी कि हमें न्याय मिले। आज जब न्याय मिला है, तो ऐसा लगता है जैसे बाबा ने हमारी प्रार्थना स्वीकार कर ली। परिवार के साथ यहां आकर आत्मा को अद्भुत शांति मिली है।

मीडिया द्वारा पुराने संघर्षों और कठिन दौर को लेकर किए गए सवालों पर उन्होंने साफ कहा कि वे अब अतीत को पीछे छोड़ चुके हैं। उन्होंने बताया कि इस समय वे धार्मिक धाम यात्रा पर निकले हैं और यह यात्रा उनके जीवन का नया अध्याय है। काशी उनके लिए न केवल ऐतिहासिक और सांस्कृतिक नगरी है बल्कि एक आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र भी है, जहां आने से उन्हें नवजीवन की प्रेरणा मिलती है।

पुरोहित ने काशी की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह शहर बाकी जगहों से अलग है। भीड़-भाड़ और दबाव के बावजूद यहां प्रशासन और आम नागरिकों के बीच सहयोग की भावना देखने को मिलती है। उन्होंने कहा, इतनी भीड़ होने पर भी यहां कभी टकराव की स्थिति नहीं बनती। यह शहर अनुशासन और सहयोग की मिसाल है। काशी हमें यह सिखाती है कि कैसे विविधता में भी शांति और संतुलन बनाए रखा जा सकता है।

अपनी धार्मिक यात्रा के दौरान लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित ने गंगा घाटों की महत्ता का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि गंगा के किनारे बैठकर व्यक्ति अपने जीवन के तनावों और संघर्षों को भूलकर एक नए सिरे से सोचने की ताकत पाता है। उनके मुताबिक काशी की आध्यात्मिक ऊर्जा हर उस इंसान को प्रेरित करती है, जो जीवन में कठिन दौर से गुजरा हो।

लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत प्रसाद पुरोहित का यह दौरा पूरी तरह धार्मिक रहा। उन्होंने न केवल बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद लिया बल्कि काशी के वातावरण, यहां की संस्कृति और आध्यात्मिकता को भी अपने शब्दों में व्यक्त किया। उनके मुताबिक यह यात्रा उनके लिए सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि जीवन में नए विश्वास और नई ऊर्जा का संचार है।

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