Wed, 09 Jul 2025 13:03:03 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
लखनऊ: सुशांत गोल्फ सिटी क्षेत्र स्थित लूलू मॉल में एक महिला कर्मचारी के साथ घिनौनी वारदात सामने आई है, जिसने मॉल प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मॉल में तैनात कैश मैनेजर ने न केवल महिला सहकर्मी के साथ दुष्कर्म किया, बल्कि उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग कर उसे वायरल करने की धमकी देते हुए कैश और गहनों की जबरन वसूली की। इतना ही नहीं, आरोपी ने धर्मांतरण का भी दबाव बनाया और इंकार करने पर शारीरिक यातनाएं दीं। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच कई गंभीर पहलुओं पर केंद्रित है।
पीड़िता, जो कि मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले की रहने वाली है और वर्तमान में लूलू मॉल में नौकरी कर रही है, ने 7 जुलाई को सुशांत गोल्फ सिटी थाने में इस संबंध में एफआईआर दर्ज कराई। अपनी शिकायत में 25 वर्षीय महिला ने आरोप लगाया कि मॉल में कार्यरत कैश मैनेजर फरहाज उर्फ फराज, जो मूल रूप से अयोध्या के रामनगर, पहाड़गंज घोसियाना इलाके का निवासी है, ने कुछ महीने पहले बहाने से उसे अपने घर बुलाया। वहां उसे कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर बेहोश किया गया और फिर दुष्कर्म किया गया। जब पीड़िता को होश आया तो उसे पता चला कि पूरी घटना का वीडियो बनाया गया है। इसके बाद आरोपी ने वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देते हुए उससे नकदी और गहने ले लिए।
दुष्कर्म की घटना से सहमी युवती को यहीं नहीं रोका गया। कुछ दिनों बाद फरहाज ने उस पर इस्लाम कबूल करने का दबाव बनाना शुरू किया। आरोप है कि उसने कहा कि अगर उसे लूलू मॉल में नौकरी करनी है तो धर्म बदलना पड़ेगा। जब युवती ने इसका विरोध किया तो आरोपी ने उसके साथ मारपीट की, गालियां दीं और जलती हुई सिगरेट से शरीर के कई हिस्सों पर दाग दिया। इसके साथ ही उसे नौकरी से निकाल देने की धमकी भी दी गई।
इस गंभीर मामला सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आई। डीसीपी नॉर्थ निपुण अग्रवाल ने बताया कि आरोपी के खिलाफ रेप, धमकी, जबरन धर्म परिवर्तन और अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपी फरहाज को 8 जुलाई को पूछताछ के लिए थाने बुलाया, जहां वह अपनी मां परवीन बानो और भाई मोहम्मद तरबेज के साथ पहुंचा था। वहीं पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अब इस केस की तह में जाने का प्रयास कर रही है। यह देखा जा रहा है कि क्या यह घटना किसी बड़े धर्मांतरण गैंग से जुड़ी हो सकती है। पुलिस मॉल में काम करने वाले अन्य कर्मचारियों से भी पूछताछ कर रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या उनके ऊपर भी ऐसा ही कोई दबाव बनाया गया है। जांच इस बात पर भी केंद्रित है कि क्या इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं और क्या इसमें कोई संगठित गिरोह सक्रिय है जो मॉल जैसे संस्थानों को निशाना बना रहा है।
मामले ने लखनऊ के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में महिला कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। मॉल प्रशासन की ओर से इस पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सोशल मीडिया और स्थानीय स्तर पर इसे लेकर तीखी प्रतिक्रिया देखी जा रही है। महिला संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आरोपी को कड़ी सजा देने की मांग के साथ-साथ मॉल प्रबंधन पर भी कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
फिलहाल आरोपी फरहाज पुलिस हिरासत में है और मामले की जांच जारी है। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया जा चुका है, जिसकी रिपोर्ट जल्द ही पुलिस को सौंपी जाएगी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, जल्द ही मॉल के अधिकारियों से भी पूछताछ की जा सकती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि संस्थान के भीतर इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए उचित उपाय किए गए हैं या नहीं।