Thu, 21 Aug 2025 12:45:51 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
लखनऊ: प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को उस समय हड़कंप मच गया जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में एक रिटायर्ड फौजी जहरीला पदार्थ खाकर पहुंच गया। जैसे ही उसने वहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों को अपनी हालत के बारे में बताया, अफसरों में अफरा-तफरी मच गई। फौरन उसे सिविल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
पीड़ित की पहचान गाजियाबाद जिले के लोनी थाना क्षेत्र के सिरौली निवासी रिटायर्ड फौजी सतबीर गुर्जर के रूप में हुई है। सतबीर का आरोप है कि भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर द्वारा लगातार उत्पीड़न और प्रताड़ना से त्रस्त होकर उन्होंने यह कदम उठाया। उन्होंने कहा कि वह कई महीनों से न्याय पाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन कहीं भी उनकी सुनवाई नहीं हो रही थी।
सूत्रों के अनुसार, सतबीर के पास से एक लिखित शिकायत पत्र भी मिला है। उसमें उन्होंने उल्लेख किया है कि बीते अप्रैल महीने में विधायक ने एक कलश यात्रा का आयोजन किया था। सतबीर का दावा है कि इस आयोजन के पीछे सरकार को अस्थिर करने की साजिश थी। उन्होंने इस कथित साजिश को समझकर सोशल मीडिया पर खुलासा कर दिया था। इसी के बाद से विधायक और उनके समर्थक उन पर दबाव बनाने और उत्पीड़न करने लगे।
जनता दरबार में सुरक्षा तैनाती के दौरान जब सतबीर ने जहरीला पदार्थ खाने की बात स्वीकार की, तो प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने बताया कि उनकी हालत अभी खतरे से बाहर नहीं है, लेकिन इलाज जारी है।
इस बीच, सतबीर के आरोपों ने राजनीतिक हलचल भी तेज कर दी है। भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर पर लगे आरोप गंभीर माने जा रहे हैं। हालांकि विधायक की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। मामले ने न केवल प्रशासन बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा को जन्म दिया है।
गौतमपल्ली थाने के इंस्पेक्टर रत्नेश कुमार सिंह ने पुष्टि की है कि मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि फौजी द्वारा लगाए गए आरोपों और शिकायती पत्र की सामग्री की बारीकी से जांच होगी। प्रशासन का कहना है कि फिलहाल प्राथमिकता सतबीर की जान बचाने और उनकी सेहत सुधारने पर है।