वाराणसी: प्रॉपर्टी कारोबारी हत्याकांड में बड़ी सफलता, मुठभेड़ में हथियार सप्लायर मुकीम गिरफ्तार

महेंद्र गौतम हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली, मुठभेड़ में हथियार सप्लायर मुकीम घायल होकर गिरफ्तार हुआ, एक और संदिग्ध मुंबई से हिरासत में।

Wed, 27 Aug 2025 09:33:06 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

वाराणसी: प्रॉपर्टी कारोबारी महेंद्र गौतम हत्याकांड में पुलिस ने एक और अहम सफलता हासिल की है। बुधवार तड़के पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें हथियार सप्लाई करने वाला बदमाश मुकीम गोली लगने से घायल हो गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस की यह कार्रवाई सारनाथ थाना क्षेत्र के फरीदपुर इलाके में की गई।

डीसीपी वरुणा प्रमोद कुमार ने बताया कि महेंद्र गौतम हत्याकांड के मुख्य प्लानर और शूटरों को हथियार उपलब्ध कराने वाला मुकीम सौदेबाजी के सिलसिले में उनसे मिलने आया हुआ था। पुलिस को इस मुलाकात की गुप्त सूचना मिली थी। घेराबंदी के दौरान पुलिस को देखते ही मुकीम ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली उसके पैर में लगी। घायल बदमाश को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। मौके से दो अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है।

इसी सिलसिले में पुलिस ने हत्याकांड में शामिल एक और संदिग्ध को मुंबई से हिरासत में लिया है। सूत्रों के मुताबिक यह व्यक्ति गाजीपुर का निवासी और महेंद्र का पूर्व कारोबारी साझेदार है। मुंबई के नाला सोपारा से पकड़े गए इस शख्स को फ्लाइट से वाराणसी लाया गया। पुलिस लाइन में उससे गहन पूछताछ चल रही है। शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि वह और महेंद्र कई वर्षों से जमीन के लेन-देन में साझेदार रहे थे।

करीब ढाई महीने पहले अरिहंत नगर क्षेत्र की एक बड़ी प्रॉपर्टी को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था। इसके बाद आरोपी मुंबई लौट गया और संबंध पूरी तरह टूट गए। पुलिस को शक है कि इसी विवाद की वजह से उसने हत्या की साजिश रची और पेशेवर शूटरों को सुपारी दी।

जांच के दौरान पुलिस को इस संदिग्ध बिल्डर के बैंक खातों से कुछ आपराधिक तत्वों को पैसे ट्रांसफर करने के प्रमाण मिले हैं। यही सूत्र पुलिस को उसके करीब तक ले गए। हालांकि, आरोपी के परिवार ने पुलिस पर अवैध हिरासत का आरोप लगाते हुए मुंबई और वाराणसी दोनों जगह शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने सोशल मीडिया पर भी पोस्ट करके पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं।

इस हत्याकांड में शामिल तीन शूटरों की पहचान भी हो चुकी है। इनमें दो बड़ागांव और एक जौनपुर के रहने वाले बताए जा रहे हैं। वहीं, एक अन्य युवक जिसने रेकी की थी, उसकी तलाश में पुलिस टीम प्रयागराज भेजी गई है। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज और हुलिया के आधार पर जल्द ही पूरा नेटवर्क सामने आ जाएगा।

गौरतलब है कि प्रॉपर्टी कारोबारी महेंद्र गौतम की हत्या बीते गुरुवार को हुई थी। महेंद्र सुबह करीब साढ़े आठ बजे अपने घर बुद्धा सिटी से ऑफिस जाने निकले थे। अरिहंत नगर के पास उनकी बाइक को तीन बदमाशों ने ओवरटेक किया और करीब दस फीट की दूरी से गोली चला दी। सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि महेंद्र उस वक्त फोन पर बात करते हुए बाइक चला रहे थे। गोली लगते ही वे गिर पड़े और शूटर पिस्टल लहराते हुए रिंग रोड की तरफ भाग निकले। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

महेंद्र गौतम वाराणसी के प्रॉपर्टी कारोबारियों में एक बड़ा नाम माने जाते थे। उनके पिता श्यामनाथ गौतम आरटीओ में अफसर रहे और सोनभद्र से रिटायर हुए थे। महेंद्र परिवार के इकलौते बेटे थे। घर में पत्नी और 10 साल का बेटा है। बताया जाता है कि वे बेटे अरिहंत के नाम से रिंग रोड के पास कॉलोनी विकसित कर रहे थे, जहां पहले चरण में 127 मकानों की रजिस्ट्री पूरी हो चुकी थी और दूसरे चरण का काम जारी था।

पुलिस का मानना है कि इस हत्या की जड़ में करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी का विवाद है। महेंद्र ने कई वर्षों में बड़ी संख्या में जमीनें खरीदी और बेची थीं। साझेदारी टूटने के बाद विवाद और गहरा गया था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस पूरे मामले की तह तक पहुंचने के लिए संदिग्धों से लगातार पूछताछ की जा रही है और जल्द ही हत्या की पूरी साजिश का पर्दाफाश किया जाएगा।

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