Sun, 21 Sep 2025 10:39:39 - By : Garima Mishra
वाराणसी: श्रीनगर के बारामुला में तैनाती के दौरान बीमारी के चलते शहीद हुए मेजर रौनक सिंह का पार्थिव शरीर शनिवार की देर रात वाराणसी पहुंचा। विशेष विमान से बाबतपुर एयरपोर्ट लाए गए उनके शव को देखकर वहां मौजूद हर कोई भावुक हो उठा। एयरपोर्ट परिसर में ही सेना की गारद ने पूरे सैन्य सम्मान के साथ मेजर को सलामी दी। इस दौरान ब्रिगेडियर, सीओ समेत कई अधिकारी और जवान मौजूद रहे।
एयरपोर्ट पर अंतिम सलामी के बाद मेजर रौनक सिंह का पार्थिव शरीर विशेष वाहन से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर चांदपुर इंडस्ट्रियल एरिया स्थित उनके पैतृक आवास लाया गया। रास्ते भर लोगों की आंखें नम दिखीं और जैसे ही शव वाहन घर पहुंचा, परिजन विलाप करने लगे। तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर को देखकर परिवार में कोहराम मच गया। पत्नी, माता-पिता और अन्य परिजन उन्हें गले लगाकर रोने लगे। माहौल इतना भावुक था कि वहां मौजूद हर किसी की आंखें भर आईं।
मूल रूप से प्रतापगढ़ जिले के रहने वाले मेजर रौनक सिंह का परिवार कई वर्षों से वाराणसी के चांदपुर औद्योगिक क्षेत्र में रह रहा है। डेढ़ से दो साल पहले ही उनका विवाह हुआ था। अचानक आई इस खबर ने परिवार की दुनिया उजाड़ दी। पत्नी बार-बार उनके पार्थिव शरीर को देखकर फफक पड़तीं, जिन्हें परिवार की अन्य महिलाएं संभालने की कोशिश करतीं, लेकिन खुद भी गम में टूट जातीं।
मेजर रौनक सिंह पिछले एक साल से श्रीनगर के बारामुला में तैनात थे। लगभग एक सप्ताह पहले उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। उन्हें तुरंत आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान दो दिन पहले उनकी मृत्यु हो गई। जैसे ही यह खबर वाराणसी स्थित परिवार तक पहुंची, घर में मातम छा गया।
शनिवार की देर रात जब उनका पार्थिव शरीर वाराणसी पहुंचा तो पुलिस और सेना के वाहनों की सुरक्षा व्यवस्था के बीच पूरे सम्मान के साथ उनके आवास तक लाया गया। इस दौरान स्थानीय लोग, रिश्तेदार, जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और प्रबुद्धजन बड़ी संख्या में वहां पहुंचे और श्रद्धांजलि अर्पित की। गली-मोहल्लों से लेकर घर के बाहर तक लोगों का जमघट लगा रहा। हर कोई इस वीर सपूत को अंतिम बार नमन करने आया था।