Fri, 05 Dec 2025 11:57:53 - By : Tanishka upadhyay
उत्तर प्रदेश सरकार ने मथुरा वन प्रभाग की मांट रेंज में तैनात क्षेत्रीय वन अधिकारी बुद्ध प्रिय गौतम को पौधारोपण से जुड़े गंभीर आरोपों के चलते निलंबित कर दिया है। उन पर आरोप है कि तुलागढ़ी रजवाह पौधारोपण स्थल पर हुए नुकसान की जानकारी समय पर विभाग को नहीं दी गई और निरीक्षण के दौरान भी वह स्थिति का संतोषजनक विवरण देने में असफल रहे।
यह कदम तब उठाया गया जब वन मंत्री डॉ अरुण कुमार सक्सेना ने 25 नवंबर को स्थल का निरीक्षण किया। मंत्री ने पहले अधिकारियों से उस स्थान को दिखाने के लिए कहा जहां पौधारोपण हुआ था, लेकिन क्षेत्रीय वन अधिकारी दल को किसी और स्थान पर ले गए। मंत्री के दोबारा निर्देश देने पर वास्तविक स्थल पर पहुंचा गया, जहां हालात अपेक्षा से कहीं अधिक खराब पाए गए।
निरीक्षण में पाया गया कि पौधारोपण स्थल पर बड़ी संख्या में पौधे नष्ट हो चुके हैं और जीवित पौधों की संख्या 20 प्रतिशत से भी कम रह गई है। जांच में यह भी सामने आया कि नहर विभाग की ओर से गाद निकालने के दौरान पौधारोपण को बड़ा नुकसान हुआ, लेकिन इसकी कोई औपचारिक रिपोर्ट समय पर भेजी नहीं गई। विभाग ने इसे गंभीर शिथिलता और दायित्वों के प्रति लापरवाही माना है।
मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष सुनील चौधरी ने बुद्ध प्रिय गौतम के निलंबन का आदेश जारी किया और निलंबन अवधि में उन्हें वानिकी प्रशिक्षण संस्थान कानपुर से संबद्ध किया गया है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि पौधारोपण कार्य में गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है, इसलिए इस तरह की लापरवाही को किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं किया जाएगा।
सरकार अब पूरे प्रभाग के पौधारोपण कार्यों की दोबारा समीक्षा करा रही है ताकि भविष्य में इस तरह की स्थिति न बने और जिम्मेदारी तय की जा सके।