Fri, 12 Sep 2025 11:23:35 - By : Garima Mishra
वाराणसी में भारत और मॉरीशस के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर हुए समझौते के बाद शुक्रवार देर शाम एक ऐतिहासिक दृश्य देखने को मिला। मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ नवीनचंद्र रामगुलाम अपनी पत्नी के साथ दशाश्वमेध घाट पहुंचे और स्वामी विवेकानंद क्रूज पर सवार होकर गंगा आरती का दर्शन किया। गंगा आरती को लेकर दिनभर घाट पर विशेष तैयारियां की गई थीं। पूरे परिसर को सजाया गया और आरती स्थल पर पारंपरिक साज सज्जा की गई।
गंगा आरती शुरू होते ही वातावरण आध्यात्मिक रंग में रंग गया। मंत्रोच्चार और शंख ध्वनि के बीच जब वेद पाठ कर रहे बटुकों ने मां गंगा की आरती शुरू की तो प्रधानमंत्री और उनकी पत्नी भाव विभोर हो उठे। डॉ रामगुलाम ने गंगा के तट पर आकर मां गंगा को नमन किया और श्रद्धा से हाथ जोड़े। उन्होंने कहा कि अपने पुरखों की धरती पर इस परंपरा को देखना उनके लिए अविस्मरणीय अनुभव है।
रविदास घाट पर प्रधानमंत्री का स्वागत करने प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना पहुंचे। इसके बाद प्रधानमंत्री दंपत्ति ने जलयान से गंगा के विभिन्न घाटों की सुंदरता का आनंद लिया। गंगा में बाढ़ के बावजूद सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। जलपुलिस और एनडीआरएफ की टीमें चारों तरफ तैनात रहीं और पर्यटकों को इस आयोजन से दूर रखा गया।
दशाश्वमेध घाट पर जब आरती का क्रम चरम पर पहुंचा तो भजन गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो की गूंज के साथ हर हर महादेव और हर हर गंगे के उद्घोष से पूरा वातावरण गूंज उठा। 'अच्युतम केशवम' जैसे भजनों की धुन ने माहौल को और भव्य बना दिया। इस दौरान प्रधानमंत्री डॉ रामगुलाम गहरी श्रद्धा में डूबे नजर आए और उन्होंने भारतीय संस्कृति तथा काशी की परंपराओं की सराहना की।
गंगा की लहरों पर क्रूज से आरती का दर्शन कर रहे मॉरीशस के प्रधानमंत्री का यह दौरा दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जुड़ाव को और मजबूत करने वाला माना जा रहा है।