Tue, 17 Jun 2025 23:40:52 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
लखनऊ: उत्तर प्रदेश संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा 2025 का परिणाम मंगलवार को घोषित कर दिया गया, जिसमें राज्य भर के लाखों अभ्यर्थियों की निगाहें अपने प्रदर्शन पर टिकी थीं। इस वर्ष की परीक्षा में मिर्जापुर जिले के सूरज कुमार पटेल ने शीर्ष स्थान प्राप्त कर जिले के साथ-साथ पूरे पूर्वांचल को गर्व महसूस कराया। साइंस स्ट्रीम से परीक्षा देने वाले सूरज ने कुल 362.66 अंक हासिल कर पूरे प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। सूरज की इस उपलब्धि ने मिर्जापुर को शिक्षा के क्षेत्र में एक नई पहचान दी है, और उनके परिवार, शिक्षक और साथी छात्र उनकी सफलता पर गर्व कर रहे हैं।
दूसरे स्थान पर भदोही जिले की होनहार छात्रा शीबा परवीन रहीं, जिन्होंने मेहनत और लगन के बल पर यह मुकाम हासिल किया। शीबा की सफलता खास इसलिए भी है क्योंकि उन्होंने बिना किसी विशेष कोचिंग के स्वयं की पढ़ाई से यह उपलब्धि प्राप्त की है। तीसरे स्थान पर जौनपुर की शिवांगी यादव ने जगह बनाई, जिन्होंने लगातार कठिन परिश्रम और अनुशासित दिनचर्या के जरिए इस सफलता को अर्जित किया। टॉप थ्री में जगह बनाने वाली इन प्रतिभाओं ने दिखा दिया कि मेहनत, समर्पण और निरंतर अभ्यास से किसी भी मुकाम को पाया जा सकता है।
टॉपर्स की सूची में वाराणसी के विवेक कुमार पटेल और मऊ जिले के प्रद्युम्न सिंह यादव का नाम भी प्रमुखता से दर्ज हुआ है। इन दोनों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए राज्य स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। विवेक और प्रद्युम्न के अंक और रैंकिंग ने उन्हें बीएड की मेरिट लिस्ट में उच्च स्थान पर पहुंचाया है, जिससे उनकी आगे की शिक्षा और करियर की राह अब अधिक सुगम हो गई है।
राज्य के शिक्षा विभाग और बीएड प्रवेश परीक्षा समिति ने परीक्षाफल की घोषणा के साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि इस बार की परीक्षा में कुल मिलाकर प्रतिस्पर्धा काफी उच्च स्तर की रही। लाखों अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी और उनमें से चुनिंदा प्रतिभागियों ने शीर्ष स्थानों पर अपनी जगह सुनिश्चित की है। परीक्षा का आयोजन शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से हुआ और इस बार मूल्यांकन प्रक्रिया को पहले से अधिक पारदर्शिता के साथ संपन्न किया गया।
इन परिणामों के प्रकाशन के बाद अब जल्द ही काउंसलिंग प्रक्रिया की रूपरेखा भी जारी की जाएगी, जिसमें टॉप रैंकर्स को प्राथमिकता के आधार पर संस्थानों के चयन का अवसर मिलेगा। शिक्षा विशेषज्ञों और शिक्षकों का मानना है कि इस बार के परिणामों ने पूर्वांचल के शिक्षा क्षेत्र को फिर से एक नई ऊर्जा दी है, और उम्मीद की जा रही है कि यह आने वाले वर्षों में भी युवा विद्यार्थियों को प्रेरित करेगा।
परीक्षाफल की घोषणा से छात्रों में मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिली। जहां कुछ के चेहरों पर सफलता की मुस्कान थी, वहीं कुछ को अपेक्षा के अनुरूप परिणाम नहीं मिल पाने का मलाल भी रहा। हालांकि, टॉपर्स की सफलता यह संदेश देती है कि कठिनाइयों के बावजूद अगर दृढ़ संकल्प हो तो लक्ष्य जरूर हासिल होता है।
प्रदेश के शिक्षा मंत्री ने भी सभी सफल अभ्यर्थियों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि यह परीक्षा केवल शिक्षण क्षेत्र में प्रवेश का माध्यम नहीं बल्कि समाज निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले भावी शिक्षकों की नींव है।