Thu, 31 Jul 2025 22:40:13 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
मिर्जापुर: अदलहाट थाना क्षेत्र में वाराणसी-मिर्जापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुरुवार की शाम एक दर्दनाक हादसा घटित हुआ। रैपुरिया गांव के समीप दो ट्रकों के बीच आमने-सामने की जबरदस्त टक्कर हो गई, जिसमें दोनों चालकों की मौके पर ही मौत हो गई। एक ट्रक का खलासी गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे प्राथमिक इलाज के बाद वाराणसी रेफर कर दिया गया है। हादसे के बाद हाईवे पर करीब तीन घंटे तक यातायात पूरी तरह से बाधित रहा।
हादसा शाम करीब साढ़े चार बजे उस समय हुआ जब देहात कोतवाली क्षेत्र के सिरसी गहरवार गांव निवासी राहुल यादव (25) खाली ट्रक लेकर मिर्जापुर की ओर जा रहा था। बताया जा रहा है कि जैसे ही उसका ट्रक रैपुरिया गांव के पास पहुंचा, वह डिवाइडर तोड़ते हुए दूसरी लेन में आ गया और वाराणसी की ओर दाल लेकर जा रहे एक दूसरे ट्रक से सीधी भिड़ंत हो गई। दूसरे ट्रक को जिगना थाना क्षेत्र के चड़िचा गांव निवासी शशिकांत यादव (45) चला रहे थे। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों ट्रकों के सामने के हिस्से चकनाचूर हो गए और दोनों चालक केबिन में फंस गए। दुर्घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और जेसीबी मशीन की मदद से दोनों शवों को बड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया।
हादसे में एक ट्रक का खलासी गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे तत्काल प्राथमिक उपचार के बाद वाराणसी स्थित ट्रॉमा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया। हादसे की खबर मिलते ही दोनों मृत चालकों के परिजनों को सूचना दी गई, जिनके पहुंचने के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस ने बताया कि मृतकों की शिनाख्त के बाद कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
इस दुर्घटना के चलते हाईवे पर भारी जाम लग गया और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस ने यातायात को वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट कर राहत पहुंचाने की कोशिश की। लगभग पौने तीन घंटे की मशक्कत के बाद सवा सात बजे क्रेन की सहायता से क्षतिग्रस्त वाहनों को हटाया गया और यातायात को दोबारा सुचारु रूप से चालू किया गया।
अदलहाट थाने के प्रभारी निरीक्षक अमित मिश्रा ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह प्रतीत होता है कि एक ट्रक ने नियंत्रण खोते हुए डिवाइडर पार किया और सामने से आ रहे ट्रक से टकरा गया। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और संबंधित विभाग को सड़क सुरक्षा के इंतजामों को लेकर अवगत कराया गया है।
यह हादसा एक बार फिर हाईवे पर सुरक्षा मानकों और वाहनों की तेज रफ्तार को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर गया है। स्थानीय लोगों ने दुर्घटनास्थल पर नियमित ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की मांग भी उठाई है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।