Mon, 01 Dec 2025 16:40:04 - By : Tanishka upadhyay
मोदीपुरम: कंकरखेड़ा रेलवे फाटक के पास रविवार देर रात एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें वंदे भारत ट्रेन की चपेट में आकर 510 आर्मी वर्कशॉप में तैनात नायक सकलानंद ध्यानी की मौत हो गई। दुर्घटना के तुरंत बाद जीआरपी और कंकरखेड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई, लेकिन क्षेत्रीय सीमा को लेकर दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। लगभग आधे घंटे तक चली बहस के बाद कंकरखेड़ा पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर उसे मर्चरी भेजा।
जानकारी के अनुसार सकलानंद ध्यानी उत्तराखंड के लैंसडाउन कोटद्वार के रहने वाले थे और 48 वर्ष की उम्र में 510 आर्मी वर्कशॉप में नायक के पद पर कार्यरत थे। बताया गया कि रविवार रात वह कंकरखेड़ा मार्केट से सब्जी और अन्य सामान खरीदकर पैदल ही वर्कशॉप लौट रहे थे। जैसे ही वह रेलवे फाटक के पोल संख्या 72/11 के पास पहुंचे, उसी समय तेज रफ्तार वंदे भारत ट्रेन वहां से गुजर रही थी और उसकी चपेट में आने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
दुर्घटना के बाद स्थानिय लोग भारी संख्या में जुट गए। थोड़ी देर बाद सेना के जवान भी वहां पहुंच गए। पुलिस टीम ने शव की पहचान कराने की कोशिश की, जिसके बाद नायक की पत्नी मौके पर पहुंचीं और उन्होंने अपने पति के रूप में शव की पुष्टि की।
इसी दौरान क्षेत्राधिकार को लेकर जीआरपी और कंकरखेड़ा थाना पुलिस के बीच बहस तेज हो गई। दोनों टीमें इस बात पर अड़ी रहीं कि मामला किसके अधिकार क्षेत्र में आता है। स्थानीय लोगों के सामने हुए इस विवाद ने कुछ समय के लिए माहौल तनावपूर्ण बना दिया।
अंततः कंकरखेड़ा पुलिस ने कार्रवाई आगे बढ़ाते हुए पंचनामा तैयार किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थाना प्रभारी विनय कुमार सिंह ने बताया कि नायक सकलानंद ध्यानी की मौत वंदे भारत ट्रेन की चपेट में आने से हुई है और आगे की कार्रवाई नियमों के तहत की जा रही है।
उधर, नायक की मौत की खबर मिलते ही परिवार और परिचितों में शोक की लहर फैल गई। पत्नी, परिजन और सहयोगियों का रोकर बुरा हाल है। सेना के अधिकारियों ने भी घटना पर दुख जताया है।