Thu, 28 Aug 2025 12:21:06 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
गाजीपुर: पूर्वांचल की अपराध की दुनिया से जुड़े चर्चित चेहरों में से एक और मुख्तार अंसारी के शूटर बताए जाने वाले उमेश राय उर्फ गोरा राय एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार मामला पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी का है। बुधवार को करीमुद्दीनपुर थाने में पीड़ितों की तहरीर के आधार पर गोरा राय, उसके गुर्गों और कुछ अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अब पूरे मामले की गहन जांच में जुटी है और घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।
मसौनी गांव निवासी मृत्युंजय राय उर्फ चंदन राय और उमेश तिवारी ने पुलिस को बताया कि 24 अगस्त की शाम लगभग 6.30 बजे वे दोनों लठ्ठूडीह बाजार स्थित एक मार्ट के बाहर बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान गोरा राय के गुर्गे रविकांत मिश्रा और प्रताप नारायन मिश्रा वहां पहुंचे। दोनों ने खुद को गोरा राय का शार्प शूटर बताते हुए पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी और चेतावनी दी कि रकम न देने पर जान से हाथ धोना पड़ेगा।
पीड़ितों के अनुसार, उन्होंने पैसे देने से साफ इनकार कर दिया। इसके बाद दोनों गुर्गों ने फोन पर गोरा राय से बात की। शिकायत में कहा गया है कि थोड़ी देर बाद ही गोरा राय अपने भतीजे दुर्गेश राय उर्फ विक्की और पांच अन्य अज्ञात गुंडों के साथ चार पहिया गाड़ी में मौके पर आ धमका। पीड़ितों का आरोप है कि बदमाशों ने खुलेआम उन्हें गाली-गलौज करते हुए वाहन में खींचकर बैठाने की कोशिश की और धमकी दी कि "गोली मारकर शव गंगा में बहा देंगे।"
पीड़ितों ने इस घटना को लेकर पहले एसपी ग्रामीण अतुल कुमार सोनकर को प्रार्थना पत्र सौंपा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए तहरीर के आधार पर तुरंत मुकदमा दर्ज किया गया। एसपी ग्रामीण ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ करीमुद्दीनपुर थाने में नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने घटनास्थल पर जाकर जांच शुरू कर दी है और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की बारिकी से जांच की जा रही है।
गौर करने वाली बात यह है, कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के कार्यकाल में लगातार अपराधियों पर शिकंजा कसा जा रहा है। मुख्तार अंसारी और उसके गुर्गों से जुड़े कई कुख्यात बदमाश या तो पुलिस मुठभेड़ों में ढेर हुए हैं या जेल की सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं। सरकार की “जीरो टॉलरेंस पॉलिसी” के बावजूद यदि इस तरह के शार्प शूटर और गैंग सदस्य खुलेआम पिस्टल सटाकर रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने का दुस्साहस कर रहे हैं, तो इसे कहीं न कहीं कानून-व्यवस्था के लिए खुली चुनौती माना जा रहा है।
गाजीपुर और आसपास के इलाकों में मुख्तार अंसारी गैंग का लंबे समय से खौफ रहा है। लेकिन मौजूदा समय में, जब पुलिस लगातार अभियान चलाकर ऐसे माफिया नेटवर्क को तोड़ने में जुटी है, तब इस तरह की वारदात सीधे तौर पर यह संदेश देती है कि अपराधी अब भी संगठित होकर जनता को धमकाने से पीछे नहीं हट रहे।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले को अत्यंत गंभीरता से लिया जा रहा है। आरोपियों की गतिविधियों और उनके नेटवर्क पर नजर रखी जा रही है। साथ ही जल्द ही साक्ष्यों के आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि क्षेत्र में दोबारा ऐसी घटना न हो सके।