Mon, 13 Oct 2025 11:01:13 - By : Shriti Chatterjee
वाराणसी: काशी के घाटों पर दीपावली से पहले निर्मल गंगा और अविरल गंगा के संकल्प को साकार करने के लिए नमामि गंगा टीम ने व्यापक स्वच्छता अभियान चलाया। रविवार को जल शक्ति मंत्रालय के राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत गंगा विचार मंच महानगर इकाई ने गायघाट से नंदेश्वर घाट तक अभियान चलाया। अभियान का मुख्य उद्देश्य घाटों पर जमा कचरे को हटाना और स्नानार्थियों को साबुन और शैंपू का उपयोग कर गंगा को दूषित न करने के लिए जागरूक करना था।
जिला संयोजक शिवम अग्रहरी के नेतृत्व में दर्जनों सदस्यों ने गंगातलहटी सहित घाट किनारे श्रमदान किया। अभियान के दौरान स्नानार्थियों से हाथ जोड़कर निवेदन किया गया कि गंगा में स्नान करते समय साबुन और शैंपू का प्रयोग न करें। इसके साथ ही हाथों में तख्तियां लेकर लोगों से अपील की गई कि दीपावली पर घरों से निकलने वाली मूर्तियों, शीशे और मेटल के फ्रेम वाली धार्मिक चित्रों को गंगा में विसर्जित न किया जाए। टीम ने बताया कि ऐसे कदम गंगा मईया की सुरक्षा के साथ-साथ स्नानार्थियों की सुरक्षा के लिए भी जरूरी हैं।
स्वच्छता अभियान के दौरान शिवम अग्रहरी ने बताया कि गोला घाट पर बाढ़ से पहले से भारी मात्रा में मलबा जमा हो गया है। घाटों के जीर्णोद्धार के दौरान निकले मलबे का समुचित निस्तारण न होने के कारण यह सीधे गंगा में बहकर गिर रहा है। इससे न केवल पर्यावरणीय समस्या पैदा हो रही है, बल्कि राहगीरों को भी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। आगामी छठ पर्व, कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली को देखते हुए इन मलबों का सुरक्षित निस्तारण अत्यंत आवश्यक है।
इस अभियान में जय विश्वकर्मा, सपना वर्मा, रामप्रकाश जायसवाल, अंकिता जेटली, धनंजय श्रीवास्तव, ओमकार सेठ, अनुराग सोनकर, शालिनी गोस्वामी सहित नगर निगम के सुपरवाइजर प्रवीण यादव, कल्लू, रेनू, सुनीता, मंतारा, राजेंद्र, गीता और पप्पू समेत अन्य कर्मी सक्रिय रूप से शामिल रहे। उन्होंने मिलकर घाटों से कूड़ा हटाने और जनता को जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
स्वच्छता अभियान ने न केवल गंगा के संरक्षण में योगदान दिया, बल्कि स्थानीय लोगों और स्नानार्थियों में जागरूकता बढ़ाने का भी काम किया। नमामि गंगे टीम का प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि पर्वों के दौरान गंगा को दूषित होने से बचाया जा सके और सभी घाट सुरक्षित और स्वच्छ बने रहें।