Sun, 07 Dec 2025 14:06:50 - By : SUNAINA TIWARI
नई दिल्ली : मिली जानकारी के अनुसार नॉर्थ गोवा का अरपोरा क्षेत्र शनिवार देर रात एक बड़े हादसे का गवाह बना, जहां एक वीकेंड पार्टी नाइट अचानक अफरातफरी में बदल गई। एक नाइट क्लब में लगी भीषण आग ने कुछ ही मिनटों में भयावह रूप ले लिया और इस हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार मृतकों में किचन स्टाफ की संख्या अधिक है और इनमें तीन महिलाएं तथा कुछ विदेशी और भारतीय पर्यटक शामिल हैं।
स्थानीय प्रशासन की प्रारंभिक जांच में यह खुलासा हुआ है कि जिस नाइट क्लब में आग लगी, उसके पास वैध निर्माण अनुमति नहीं थी। अरपोरा पंचायत के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि क्लब का निर्माण बिना किसी अधिकृत मंजूरी के किया गया था, जिससे यह सवाल उठ रहा है कि पर्यटन क्षेत्र में सुरक्षा मानकों और निगरानी की जिम्मेदारी आखिर किसके पास थी और इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई।
घटना के समय मौजूद कई चश्मदीदों ने बताया कि आग लगते ही अंदर भगदड़ मच गई। दिल्ली निवासी अविनाश ने बताया कि वह और उनके साथी बाल बाल बचे क्योंकि उनका कैब देर से पहुंचा था। उन्होंने कहा कि अगर हम कुछ मिनट पहले निकल जाते तो शायद उसी भीड़ में होते। पास के एक रेस्टोरेंट के सिक्योरिटी गार्ड ने बताया कि अचानक एक जोरदार धमाका हुआ और थोड़ी देर बाद आग की लपटें दिखाई देने लगीं। बाद में जानकारी मिली कि सिलेंडर फटने के बाद आग तेजी से फैल गई थी।
दिल्ली के निखनेश ने बताया कि वे वहां उस समय पहुंचे जब धुआं उठना शुरू हुआ था। थोड़ी ही देर में आसमान में काला धुआं फैल गया। उन्होंने बताया कि वे अगले दिन इस क्लब में पार्टी करने की योजना बना रहे थे लेकिन हादसे ने उन्हें अंदर तक हिला दिया। चश्मदीदों के अनुसार मौके पर 100 से 150 लोग डांस फ्लोर पर मौजूद थे और जैसे ही आग लगी, घबराहट में कई लोग नीचे किचन की ओर भागे। किचन का रास्ता बंद होने के कारण वे बाहर नहीं निकल पाए और वहीं फंस गए।
बिर्च नामक स्थान के सुरक्षा गार्ड संजय कुमार गुप्ता ने कहा कि यह हादसा रात 11 से 12 बजे के बीच हुआ। उस समय भीड़ लगातार बढ़ रही थी और क्लब में एक विशेष डीजे नाइट आयोजित की गई थी। हैदराबाद की फातिमा शेख ने बताया कि लोग जान बचाने के लिए जिस दिशा में भाग रहे थे, वही रास्ता बंद था और उन्हें इसका अंदाजा नहीं था। इससे स्थिति और अधिक गंभीर हो गई।
बचाव कार्य को संकरी गलियों और क्लब के बैकवाटर के पास बने स्थान ने काफी प्रभावित किया। नारियल के पत्तों से बनी सजावट ने आग को और भड़का दिया, जबकि फायर ब्रिगेड की गाड़ियां क्लब तक सीधे नहीं पहुंच सकीं। अधिकारियों के अनुसार उन्हें वाहनों को लगभग 400 मीटर दूर खड़ा करना पड़ा और पाइपों के सहारे आग बुझाने का प्रयास करना पड़ा, जिससे राहत कार्य में देरी हुई और नुकसान बढ़ गया।
फिलहाल पुलिस और प्रशासनिक टीमें हादसे के सभी पहलुओं की जांच कर रही हैं, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी में किसकी जिम्मेदारी तय होती है। गोवा के पर्यटन क्षेत्र में यह घटना एक बार फिर सुरक्षा को लेकर गंभीर प्रश्न खड़े कर रही है।