Wed, 29 Oct 2025 21:32:30 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणस: रामनगर/पीएसी स्थापना दिवस-2025 के उपलक्ष्य में बुधवार को प्रदेश के श्रेष्ठ बाढ़ राहत दल चयन प्रतियोगिता का जोन स्तरीय आयोजन वाराणसी स्थित पीएसी की 36वीं वाहिनी, रामनगर में किया गया। यह प्रतियोगिता न केवल पीएसी कर्मियों की दक्षता और तत्परता की परीक्षा थी, बल्कि उनके प्रशिक्षण और सेवा भाव को भी प्रदर्शित करने का मंच बनी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) वाराणसी अनुभाग मनोज कुमार सोनकर (आईपीएस) थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में समिति के सदस्य राजेश कुमार श्रीवास्तव (आईपीएस), सेनानायक 42वीं बटालियन, एवं प्रतिमा सिंह, सहायक सेनानायक 12वीं बटालियन मौजूद रहीं। पीएसी 36वीं वाहिनी के सेनानायक डा. अनिल कुमार पाण्डेय (आईपीएस) ने सभी अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ भेंट कर किया और उनके प्रति आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर वाहिनी के बाढ़ राहत दल द्वारा बाढ़ राहत उपकरणों की एक विस्तृत प्रदर्शनी भी लगाई गई थी। प्रदर्शनी में स्कूबा डाइविंग किट, कम्युनिकेशन सिस्टम, लाइफ जैकेट, रेस्क्यू बोट, और अन्य आपातकालीन उपकरणों का प्रदर्शन किया गया। डीआईजी सोनकर ने उपकरणों का अवलोकन किया और समिति के सदस्यों के साथ प्रत्येक यंत्र के प्रयोग और कार्यप्रणाली के बारे में जवानों से विस्तारपूर्वक जानकारी ली।
जवानों ने बाढ़ राहत कार्यों के दौरान अपनाई जाने वाली तकनीकों का लाइव डेमोंस्ट्रेशन भी प्रस्तुत किया। इसमें पानी में डूबते हुए व्यक्ति को सुरक्षित निकालने, प्राथमिक उपचार देने, फेफड़ों से पानी निकालने और सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रीससिटेशन) देने की प्रक्रिया को बारीकी से दिखाया गया। इस डेमोंस्ट्रेशन ने उपस्थित अधिकारियों और दर्शकों को गहराई से प्रभावित किया।
कार्यक्रम के दौरान बाढ़ राहत दल के कर्मियों ने महाकुंभ प्रयागराज (2024-25) के दौरान किए गए सराहनीय कार्यों और डूबते हुए लोगों को बचाने की घटनाओं पर आधारित पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन (पीपीटी) भी प्रस्तुत किया। इस प्रस्तुति में टीम की तत्परता, समर्पण और साहसिक योगदान को प्रभावशाली ढंग से दर्शाया गया। समिति के सदस्यों ने इन कार्यों की खुलकर प्रशंसा की और जवानों की वीरता को सलाम किया।
इस अवसर पर राजेश कुमार, सहायक सेनानायक, कैलाश नाथ यादव, शिविरपाल, अजीत प्रताप सिंह, दलनायक बाढ़ राहत दल, सुरेंद्र कुमार, सूबेदार मेजर, सहित बाढ़ राहत दल के सभी कर्मी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के समापन पर डीआईजी सोनकर ने जवानों की तत्परता और प्रशिक्षण की सराहना करते हुए कहा कि “पीएसी के जवान केवल आपात स्थितियों में राहत नहीं पहुंचाते, बल्कि वे जनता के जीवन, सुरक्षा और सम्मान के रक्षक हैं। उनकी यह प्रतिबद्धता ही उत्तर प्रदेश पुलिस की सच्ची ताकत है।”
वाराणसी के रामनगर स्थित पीएसी 36वीं वाहिनी में हुआ यह आयोजन न केवल बाढ़ राहत दलों की क्षमताओं को प्रदर्शित करने का अवसर बना, बल्कि आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में पीएसी के निरंतर प्रयासों की झलक भी दिखा गया। इस आयोजन ने साबित किया कि उत्तर प्रदेश पुलिस की पीएसी हर परिस्थिति में जनता की सुरक्षा के लिए सदैव तैयार है।