Thu, 04 Sep 2025 13:11:55 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
चंदौली: जिले के पंडित दीनदयाल उपाध्याय (पीडीडीयू) जंक्शन पर एक बार फिर आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त कार्रवाई में भारी मात्रा में नकदी पकड़ी गई है। बुधवार देर रात रेलवे सुरक्षा बल और जीआरपी ने गश्त के दौरान एक संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया, जिसके बैग से 35.60 लाख रुपये बरामद हुए। आरोपी वाराणसी से पश्चिम बंगाल की ओर नकदी लेकर जा रहा था। मौके पर किसी भी तरह का वैध दस्तावेज न दिखा पाने पर रुपये और युवक को आयकर विभाग के हवाले कर दिया गया। अब आगे की जांच आयकर अधिकारियों द्वारा की जाएगी।
रेलवे सुरक्षा एजेंसियों के लिए यह घटना चिंता का विषय है, क्योंकि ठीक एक माह पहले ही इसी जंक्शन से करोड़ों रुपये की नकदी जब्त हो चुकी है। 31 जुलाई को आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम ने अलग-अलग समय पर की गई कार्रवाई में तीन लोगों से 81.33 लाख रुपये बरामद किए थे। इसके बावजूद तस्करी का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। सूत्रों के मुताबिक, हावड़ा-दिल्ली रूट पर लंबे समय से अवैध गतिविधियां सक्रिय हैं, जिनमें सोना-चांदी के आभूषण, कछुआ, नशीले पदार्थ और बड़ी मात्रा में नकदी की तस्करी शामिल है। लगातार सख्ती के बावजूद ये प्रयास रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं।
आरपीएफ निरीक्षक प्रदीप कुमार रावत ने बताया कि बुधवार की रात करीब 8 बजे एसआई अमरजीत दास, सुनील कुमार और जीआरपी एसआई संदीप कुमार शर्मा के नेतृत्व में टीम स्टेशन परिसर में गश्त कर रही थी। इस दौरान फुटओवर ब्रिज पर खड़ा एक संदिग्ध व्यक्ति नजर आया। संदेह के आधार पर उसे रोककर जांच की गई तो उसके पिट्ठू बैग से भारी मात्रा में नकदी मिली। जब उससे पैसों के बारे में पूछताछ की गई तो वह कोई संतोषजनक कागजात या दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका। इसके बाद उसे हिरासत में लेकर आरपीएफ पोस्ट लाया गया, जहां गिनती में कुल 35.60 लाख रुपये पाए गए।
पूछताछ के दौरान पकड़े गए व्यक्ति ने अपना नाम आशीष दुआ, निवासी सूरतपुर, हरिरामपुर, पश्चिमी मेदनीपुर (पश्चिम बंगाल) बताया। उसने स्वीकार किया कि वह वाराणसी से नकदी लेकर बंगाल की ओर जा रहा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए आरपीएफ ने तुरंत आयकर विभाग को सूचना दी। सूचना पर वाराणसी से आयकर अधिकारी राजेश कुमार और दीपक कुमार मौके पर पहुंचे और नकदी के साथ आरोपी को अपनी अभिरक्षा में ले लिया। आगे की कार्रवाई अब आयकर विभाग की टीम द्वारा की जाएगी।
लगातार हो रही नकदी और अवैध सामान की बरामदगी से साफ है कि हावड़ा-दिल्ली रेलमार्ग पर तस्करों की सक्रियता कम होने का नाम नहीं ले रही। रेलवे सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि इस मार्ग पर निगरानी और बढ़ाई जाएगी ताकि आने वाले दिनों में ऐसे मामलों पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके।