Sun, 09 Nov 2025 10:56:24 - By : Palak Yadav
वाराणसी: शनिवार को काशी और देश दोनों के लिए गौरव का दिन रहा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से खजुराहो के लिए नई वंदेभारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। इस ऐतिहासिक मौके पर ट्रेन का संचालन महिला लोको पायलट सुष्मिता ने किया, जिन्होंने 110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से 464 किलोमीटर लंबी दूरी तय कर कई रिकॉर्ड स्थापित किए।
सुष्मिता प्रयागराज डिवीजन में तैनात हैं और अब तक दिल्ली और आगरा तक की वंदेभारत ट्रेन चला चुकी हैं। इस ट्रेन के संचालन के साथ ही वे तीन वंदेभारत ट्रेन चलाने वाली महिला लोको पायलट बन गई हैं। सुष्मिता की काशी से शादी होने और प्रयागराज में तैनाती होने की वजह से उन्हें इस विशेष अवसर पर बनारस-खजुराहो रूट के लिए चुना गया। ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद सुष्मिता ने पूरी ट्रेन को सुरक्षित और समय पर खजुराहो जंक्शन तक पहुँचाया।
सुष्मिता ने अमर उजाला से बातचीत में बताया कि उन्हें यह ट्रेन चलाने का अवसर मिलना बहुत गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि पहले दो वंदेभारत ट्रेनें उन्होंने चला चुकी हैं, और अब इस नई ट्रेन को चलाना उनके लिए बेहद खास है। उनके अनुसार इस रूट के लिए उन्हें बनारस में चार दिन का विशेष प्रशिक्षण दिया गया था और ट्रेन संचालन की जानकारी प्रयागराज से ही प्राप्त हुई थी।
प्रयागराज डिवीजन के लोको पायलट मनोज कुमार गुप्ता ने बताया कि सुष्मिता और उनकी टीम ने ट्रेन के संचालन की तैयारी पूरी मेहनत और दक्षता के साथ की। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने नारी सशक्तिकरण का संदेश देते हुए महिला पायलट की भूमिका को सराहा।
इस दिन ने न केवल काशी के लिए गर्व का क्षण पेश किया, बल्कि देश में महिला पायलटों के योगदान और रेलवे की आधुनिकता का भी प्रतीक बनकर सामने आया।