Sat, 02 Aug 2025 15:00:50 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी, 2 अगस्त 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे के दौरान जिले में बाढ़ की गंभीर स्थिति को लेकर अधिकारियों से विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने मंडल आयुक्त और जिलाधिकारी से बातचीत करते हुए बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति, राहत कार्यों की प्रगति और विस्थापितों के लिए की जा रही व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान देने की बात कही। प्रधानमंत्री ने प्रशासन से यह सुनिश्चित करने को कहा कि राहत शिविरों में रह रहे लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और उन्हें समय पर भोजन, चिकित्सा और अन्य आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं।
उन्होंने विशेष रूप से बाढ़ प्रभावित परिवारों के पुनर्वास और सुरक्षा के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार और प्रशासन दोनों मिलकर जनकल्याण के लिए सतत कार्य कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि किसी भी स्तर पर कोताही न हो और ज़रूरतमंद लोगों को प्राथमिकता के आधार पर सहायता दी जाए।
अपने वाराणसी दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने जिले के सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र के बनौली गांव में एक विशाल जनसभा को भी संबोधित किया, जहां हजारों की संख्या में लोग जुटे। उन्होंने जनसभा की शुरुआत 'नम: पार्वती पतये हर हर महादेव' के उद्घोष के साथ की और भोजपुरी में बोलते हुए काशीवासियों का स्नेहपूर्वक अभिवादन किया। सावन मास के पावन अवसर पर काशी में आमजन से मुलाकात को प्रधानमंत्री ने व्यक्तिगत सौभाग्य बताया और कहा कि यह अवसर उन्हें ऊर्जा से भर देता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर हाल ही में सफल रहे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की चर्चा करते हुए कहा कि यह भारत की सैन्य शक्ति, रणनीतिक कौशल और आत्मनिर्भरता का परिचायक है। उन्होंने ऑपरेशन की सफलता को बाबा महादेव के चरणों में समर्पित करते हुए कहा, "यह महादेव के आशीर्वाद से ही संभव हो सका।" उन्होंने कहा कि नया भारत अब अपने दुश्मनों को उनके घर में घुसकर जवाब देने की क्षमता रखता है और यही भारत की नई पहचान बन रही है।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों, विशेषकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे ऐसे ऐतिहासिक और गर्व के क्षणों में भी अनर्गल बयानबाजी कर देश का मनोबल गिराने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष को भारत की उभरती ताकत और आत्मनिर्भरता रास नहीं आ रही है, इसलिए वे सवाल उठाकर देश की सेना, सरकार और नागरिकों की भावना को आहत कर रहे हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि ऐसे नकारात्मक राजनीति करने वालों को माफ न करें और देश के विकास में बाधा बनने वालों को जवाब दें।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि आज का भारत संकल्प के साथ चलता है और चुनौतियों से नहीं डरता। काशी की धरती पर खड़े होकर उन्होंने आत्मनिर्भर भारत और विकसित राष्ट्र के निर्माण में सबके सहयोग की अपेक्षा व्यक्त की। जनसभा के अंत में उन्होंने किसानों, युवाओं और महिलाओं से विशेष संवाद करते हुए आने वाले भविष्य को उज्जवल और सशक्त बनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का भी उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री के इस दौरे को सावन मास की पावनता, राष्ट्रभक्ति और जनसेवा की त्रिवेणी के रूप में देखा जा रहा है, जहां उन्होंने प्रशासनिक जिम्मेदारी के साथ-साथ जनसंवाद को भी प्राथमिकता दी और संकट की घड़ी में देशवासियों के साथ खड़े होने का भरोसा फिर से जताया।