Sat, 02 Aug 2025 14:38:57 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी, 2 अगस्त 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वाराणसी के सेवापुरी क्षेत्र स्थित बनौली गांव में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए देशवासियों से 'स्वदेशी संकल्प' लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि हमें "वोकल फॉर लोकल" के मंत्र को अपने जीवन का हिस्सा बनाना होगा और यह ठान लेना होगा कि हमारे घरों में जो भी नया सामान आएगा, वह स्वदेशी ही होगा। पीएम ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर नागरिक को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।
प्रधानमंत्री ने जनसभा की शुरुआत पारंपरिक उद्घोष “नम: पार्वती पतये हर-हर महादेव” से की और भोजपुरी में श्रोताओं को संबोधित करते हुए स्थानीय भावनाओं से गहरा जुड़ाव दिखाया। उन्होंने कहा कि आज जब दुनिया की अर्थव्यवस्था अस्थिरता और अनिश्चितताओं से जूझ रही है, तब भारत को अपने आर्थिक हितों को सर्वोपरि रखते हुए सजग रहने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि भारत अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है, ऐसे में देशवासियों को चाहिए कि वे घरेलू उत्पादों को प्राथमिकता दें और विदेशी वस्तुओं की निर्भरता को धीरे-धीरे खत्म करें।
पीएम मोदी ने स्वदेशी उत्पादों को केवल एक विकल्प नहीं बल्कि एक दायित्व बताते हुए कहा कि हमें यह तय करना होगा कि अब हम वही वस्तुएं खरीदें जिन्हें भारतवासियों की मेहनत और कौशल ने तैयार किया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि "भारत के कौशल और भारतवासियों के पसीने से बनी चीजें ही सच्चे अर्थों में स्वदेशी हैं।"
अपने भाषण में उन्होंने छोटे उद्यमों, किसानों और रोजगार को देश की आर्थिक रीढ़ की हड्डी बताया और कहा कि सरकार इन सभी क्षेत्रों को सशक्त बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भारत का भविष्य स्थानीय उत्पादों को अपनाने और उन्हें वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धी बनाने से ही तय होगा।
प्रधानमंत्री ने दुकानदारों और व्यापारियों से भी अपील की कि वे सिर्फ स्वदेशी माल बेचने का संकल्प लें और आने वाले त्योहारी सीज़न में लोग दीपावली से लेकर हर छोटे-बड़े पर्व पर भारतीय वस्तुएं ही खरीदें। उन्होंने कहा कि यह अभियान महज एक उपभोक्ता व्यवहार नहीं, बल्कि एक राष्ट्र के प्रति कर्तव्य है।
प्रधानमंत्री ने स्वदेशी भावना को महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि बताया और कहा कि यदि देशवासी हर क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ को प्राथमिकता देंगे तो भारत न केवल आत्मनिर्भर होगा, बल्कि दुनिया की आर्थिक धुरी बनने की ओर भी एक ठोस कदम बढ़ाएगा। अंत में उन्होंने विवाह जैसे पारिवारिक अवसरों में भी स्वदेशी के प्रति समर्पण का आग्रह करते हुए कहा कि भारत में शादी करें, भारतीय वस्त्र पहनें और स्वदेशी को अपनाएं। यही भाव देश के भविष्य को उज्ज्वल दिशा देगा।
प्रधानमंत्री की यह अपील न केवल स्थानीय जनता में जोश भर गई, बल्कि यह संदेश पूरे देश के नागरिकों को अपने उपभोग की आदतों पर पुनर्विचार करने के लिए प्रेरित करती है। जनसभा में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे, जिन्होंने प्रधानमंत्री के विचारों का समर्थन करते हुए उनके स्वदेशी अभियान को अपनाने का संकल्प लिया।