Mon, 18 Aug 2025 00:01:17 - By : Aakash Tiwari (Mridul)
वाराणसी: पुलिस कमिश्नर वाराणसी मोहित अग्रवाल ने रविवार 17 अगस्त 2025 को कैंप कार्यालय में मासिक अपराध समीक्षा बैठक की। इस बैठक में उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि जुआ, सट्टा और वेश्यावृत्ति जैसे अपराधों में संलिप्त व्यक्तियों की सूची उनके नाम और फोटोग्राफ सहित हर थाने में अनिवार्य रूप से प्रदर्शित की जाए। उन्होंने कहा कि गंभीर अपराधों को लेकर किसी भी स्तर पर ढिलाई स्वीकार नहीं की जाएगी और पुलिस को कठोर कार्रवाई करनी होगी। गौ तस्करी, मादक पदार्थों की तस्करी, जुआ और सट्टा संचालन के साथ साथ स्पा सेंटर की आड़ में चल रहे अवैध कार्यों पर पुलिस को पूरी सख्ती से कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।
पुलिस कमिश्नर ने यह भी कहा कि जनशिकायतों का निस्तारण सर्वोच्च प्राथमिकता पर होना चाहिए क्योंकि यही पुलिसकर्मियों की कार्यकुशलता और मूल्यांकन का आधार होगा। उन्होंने साफ किया कि किसी भी घटना को छोटा मानकर टालने की प्रवृत्ति अस्वीकार्य है और इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक के दौरान उन्होंने बीट वितरण चार्ट को अनिवार्य बनाने पर जोर दिया। इसके तहत प्रत्येक बीट को यूनिक नंबर दिया जाएगा और हिस्ट्रीशीटरों व संपत्ति संबंधी अपराधियों का विवरण दर्ज कर थाने के प्रमुख स्थान पर प्रदर्शित किया जाएगा।
महिला अपराधों पर पुलिस कमिश्नर ने जीरो टॉलरेंस की नीति दोहराते हुए सभी थानों को निर्देशित किया कि शोहदों की सूची तैयार की जाए और उनकी गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखी जाए। ऑपरेशन चक्रव्यूह के अंतर्गत बिना नंबर वाले वाहन, काली फिल्म लगे वाहन, दोपहिया पर तीन सवार युवकों और संदिग्ध गतिविधियों पर विशेष सतर्कता बरतने के आदेश दिए गए। यातायात सुधार को लेकर भी उन्होंने स्पष्ट कहा कि अतिक्रमण हटाया जाए और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
साइबर अपराधों पर फोकस करते हुए मोहित अग्रवाल ने कहा कि साइबर थाना और साइबर सेल के पुलिसकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही आमजन को डिजिटल सुरक्षा के प्रति जागरूक करने की योजना पर भी काम किया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी पुलिसकर्मियों के लिए Cytrain कोर्स अनिवार्य किया जाएगा ताकि तकनीकी अपराधों से निपटने में उनकी दक्षता बढ़े। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिसकर्मी जनता से संवाद में संवेदनशील और सकारात्मक व्यवहार अपनाएं और उनकी कार्यकुशलता की नियमित मैपिंग की जाएगी।
बैठक में उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सीयूजी फोन हर हाल में उठाना अनिवार्य होगा और किसी भी स्थिति में लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी। इस अवसर पर अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था एवं मुख्यालय शिवहरी मीणा, अपर पुलिस आयुक्त अपराध राजेश कुमार सिंह, पुलिस उपायुक्त, सहायक पुलिस आयुक्त, सभी थाना प्रभारी और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।