Sun, 02 Nov 2025 10:50:58 - By : Shriti Chatterjee
प्रयाराजग: नैनी सेंट्रल जेल में शनिवार शाम उस समय हड़कंप मच गया जब एक बुजुर्ग कैदी का शव पेड़ से लटका मिला। मृतक की पहचान कौशांबी जिले के पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के बरुआ गांव निवासी उदय राज लोध के रूप में हुई है, जो हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा था। बताया जा रहा है कि कुछ देर पहले ही उसने जेल परिसर में अपने भाई से मुलाकात की थी। शाम को कैदियों की गिनती के दौरान एक बंदी कम निकला, जिसके बाद जेल प्रशासन ने तलाश शुरू की। खोजबीन के दौरान दरी गोदाम के पास आम के पेड़ से उसका शव फंदे पर लटका मिला।
जेल प्रशासन ने प्रारंभिक जांच में इस घटना को आत्महत्या करार दिया है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक विजय विक्रम सिंह ने बताया कि प्रारंभिक साक्ष्य के आधार पर यह आत्महत्या का मामला लग रहा है। हालांकि घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच जारी है। वहीं पुलिस ने कहा है कि मौत का असली कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।
मृतक उदय राज लोध 2020 से हत्या के मामले में जेल में बंद था। 11 जून 2020 को उदय राज और उसके भाइयों का पड़ोसी मान सिंह से बाग के आम तोड़ने को लेकर विवाद हो गया था। झगड़ा इतना बढ़ गया कि तीनों भाइयों ने मिलकर लाठी-डंडों से मान सिंह की हत्या कर दी। इस मामले में 23 दिसंबर 2023 को कोर्ट ने तीनों भाइयों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। इसके बाद उदय राज को इसी साल 20 जुलाई को कौशांबी से प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में स्थानांतरित किया गया था।
जेल सूत्रों के अनुसार, शनिवार शाम उदय राज ने जेल में बंद अपने भाई ज्ञान सिंह से मुलाकात की थी। कुछ देर बाद जब सभी कैदियों की गिनती की गई तो वह गायब पाया गया। तुरंत खोजबीन शुरू की गई और दरी गोदाम के पास एक आम के पेड़ पर उसका शव लटका मिला। शव के गले में गमछा बंधा हुआ था। घटना की सूचना मिलते ही जेल अधिकारी और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की।
डीसीपी यमुनानगर विवेक चंद्र यादव ने बताया कि घटना की जांच जारी है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि मौत आत्महत्या थी या किसी अन्य कारण से हुई। फिलहाल पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर ली है और जेल के भीतर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की भी जांच की जा रही है।
घटना के बाद जेल परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि सभी कैदियों की सुरक्षा को लेकर निगरानी बढ़ाई जाएगी और मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग की व्यवस्था भी की जाएगी ताकि इस तरह की घटनाओं को दोबारा रोका जा सके। वहीं मृतक के परिवार को भी सूचना दे दी गई है।
जेल प्रशासन और पुलिस दोनों ही इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। अब सभी की निगाहें पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर टिकी हैं जो यह बताएगी कि यह घटना आत्महत्या थी या इसके पीछे कोई और साजिश छिपी है।