Tue, 11 Nov 2025 11:10:58 - By : Yash Agrawal
प्रयागराज: फाफामऊ थाना क्षेत्र में एक निजी फाइनेंस कंपनी की महिला ब्रांच मैनेजर ने पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए जान देने का प्रयास किया। अभ्या पांडेय ने नींद की 29 गोलियां एक साथ खा लीं। उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर है और उन्हें ICU में रखा गया है।
अभ्या पांडेय ने घटना से पहले एक वीडियो बनाया और एक पेज का नोट लिखा। वीडियो और नोट में उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी करीब 12 लाख रुपये की ज्वेलरी चोरी हुई थी, लेकिन पुलिस ने सात दिन बाद FIR दर्ज की। अभ्या का आरोप है कि फाफामऊ थाना इंचार्ज अश्वनी सिंह और सब इंस्पेक्टर प्रमोद सिंह ने उन्हें प्रताड़ित किया। उन्होंने नोट में लिखा कि वे इस प्रताड़ना के कारण अपनी जान देने पर मजबूर हुई हैं और अपने माता-पिता से कहा कि उनके लिए परेशान न हों।
अभ्या पांडेय गोरखपुर के बरगदवा की रहने वाली हैं। उनकी शादी गोरखपुर में हुई और पति प्राइवेट नौकरी करते हैं। दो साल से प्रयागराज में रहकर वह अरोहन फाइनेंस कंपनी में सीनियर ब्रांच मैनेजर के पद पर कार्यरत थीं। नोट और वीडियो में अभ्या ने बताया कि ज्वेलरी चोरी के बाद पुलिस सिर्फ टालमटोल कर रही थी और कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
ज्वेलरी चोरी की FIR 27 सितंबर को दर्ज की गई थी। इसके अनुसार, अभ्या 19 सितंबर को लखनऊ गई थीं और 22 सितंबर को लौटने पर पाया कि उनके कमरे का ताला टूटा हुआ है और सोने की ज्वेलरी गायब थी। उन्होंने अपने ही बिल्डिंग के कुछ किरायेदारों पर शक जताया था।
भाई शिवम पांडेय ने बताया कि अभ्या ने पुलिस के पास लगातार शिकायत की, लेकिन उनका नंबर थाना इंचार्ज ने ब्लॉक कर दिया। निराश होकर उन्होंने इतनी गोलियां खा लीं कि उनकी जान खतरे में पड़ गई। डॉक्टरों की टीम ICU में उनका इलाज कर रही है।
पुलिस ने मामले में कहा है कि महिला डिप्रेशन में थी और इसी कारण उसने नींद की ज्यादा गोलियां लीं। डीसीपी गंगानगर कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि चोरी के मामले की जांच चल रही है और ACP को महिला के सुसाइड अटेंप्ट की जांच सौंपी गई है। पुलिस का कहना है कि चोरी के मामले में चोर को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और अन्य आरोप गलत हैं।