Fri, 22 Aug 2025 19:58:37 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
भदोही: गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के थानीपुर गांव में शुक्रवार को एक हृदय विदारक घटना सामने आई, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया। बताया जा रहा है कि मात्र 19 वर्ष की एक गर्भवती युवती ने 7 माह के भ्रूण को खेत में जन्म देने के बाद उसे वहीं छोड़ दिया और दूसरी महिला के साथ मौके से फरार हो गई। ग्रामीणों का कहना है कि नवजात के सिर पर पास में पड़े मिट्टी के बड़े ढेले से वार किया गया था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि घटना सिर्फ परित्याग तक सीमित नहीं रही बल्कि उसे समाप्त करने का प्रयास भी किया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शुक्रवार की दोपहर एक ई-रिक्शा ज्ञानपुर से गोपीगंज की ओर जा रहा था। उसी दौरान थानीपुर के पास उस पर सवार स्कूल ड्रेस पहने एक युवती लघुशंका के बहाने उतरी। उसके साथ एक अन्य महिला भी उतरी थी। दोनों पास के एक मकान के पीछे गईं और कुछ देर बाद वापस लौटकर रिक्शा में बैठ गोपीगंज की ओर रवाना हो गईं। ग्रामीणों ने बताया कि युवती की शारीरिक स्थिति देखकर साफ प्रतीत हो रहा था कि वह छह से सात माह की गर्भवती थी।
घटना की जानकारी तब हुई जब कुछ देर बाद एक ग्रामीण शौच के लिए उसी खेत की ओर गया। वहां उसने खून से लथपथ भ्रूण को पड़ा देखा और तत्काल शोर मचाया। देखते ही देखते आसपास के लोग जुट गए और पूरे क्षेत्र में हंगामा मच गया। मौके पर मौजूद महिलाओं ने बताया कि बच्चा कुछ ही देर पहले जन्मा होगा। वहीं पास में पड़े मिट्टी के ढेले से उसके सिर पर चोट के निशान साफ दिखाई दे रहे थे।
सूचना मिलने पर प्रभारी निरीक्षक शैलेश कुमार राय पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने भ्रूण को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम और अन्य आवश्यक कार्रवाई के लिए भेज दिया। पुलिस अब ई-रिक्शा में सवार हुई युवती और उसके साथ आई महिला की तलाश में जुटी है। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि दोनों की पहचान की जा सके।
स्थानीय लोगों ने घटना पर गहरा आक्रोश जताते हुए कहा कि यह केवल कानून का ही नहीं, बल्कि इंसानियत का भी गंभीर उल्लंघन है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसी घटनाओं पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी ऐसी अमानवीय हरकत करने से पहले सौ बार सोचे।
फिलहाल, पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है और आरोपित युवती व उसकी साथी महिला की तलाश के लिए आसपास के क्षेत्रों में छापेमारी की जा रही है। यह घटना एक बार फिर समाज को यह सोचने पर मजबूर कर रही है कि आधुनिक दौर में भी बेटियों को इस तरह से दरिंदगी का शिकार क्यों होना पड़ रहा है और मासूम जन्म लेने से पहले ही क्यों मौत के हवाले कर दिए जाते हैं।