Sat, 29 Nov 2025 15:29:22 - By : Yash Agrawal
लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार थाना क्षेत्र में एक गर्भवती महिला की मौत ने पूरे मामले को गंभीर मोड़ दे दिया है. मृतका की पहचान डॉ रुचि वर्मा के रूप में हुई है, जिनकी शादी 2015 में अमिय कुमार सिंह से हुई थी. अमिय अयोध्या में विद्युत वितरण विभाग में अधिशासी अभियंता के पद पर कार्यरत हैं. करीब 22 दिन तक चले इलाज के बाद 22 अक्टूबर 2025 को रुचि ने मेदांता अस्पताल में दम तोड़ दिया. उनके पिता ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी की मौत सामान्य नहीं बल्कि प्रताड़ना और जहर देने का परिणाम है.
मृतका के पिता रायबरेली निवासी डॉ आशा शंकर वर्मा ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि उनकी बेटी पिछले तीन साल से गोमतीनगर विस्तार के रोहिणी अपार्टमेंट में अपनी बेटी आकृति के साथ किराए पर रह रही थी. उन्होंने आरोप लगाया कि इस दौरान उसका पति उसे लगातार परेशान करता था और उसके किसी अन्य महिला से संबंध होने की जानकारी परिवार को मिली थी. पिता का कहना है कि इस कारण घर का माहौल तनावपूर्ण रहता था और रुचि मानसिक रूप से दबाव में रहती थी.
24 अप्रैल 2025 को डॉ शैलेंद्र जैन द्वारा किए गए अल्ट्रासाउंड के जरिए यह पुष्टि हुई कि रुचि गर्भवती है. उन्होंने यह रिपोर्ट 26 सितंबर की सुबह अपने पिता को भेजी थी. इसी रिपोर्ट भेजने के लगभग दस मिनट बाद उनकी बेटी आकृति ने फोन कर बताया कि उसकी मां की तबीयत अचानक बिगड़ गई है. पास पड़ोस के लोगों की मदद से रुचि को तत्काल आरएमएल अस्पताल ले जाया गया, जहां आईसीयू उपलब्ध न होने के कारण उन्हें पहले हेल्थ सिटी अस्पताल और फिर हालत बिगड़ने पर 28 सितंबर को मेदांता अस्पताल ले जाया गया.
मेदांता के डॉक्टरों ने सर्जरी के दौरान यह स्पष्ट किया कि पेट के भीतर जो गंभीर क्षति हुई है वह एसिड के कारण नहीं बल्कि किसी प्रकार के जहर के प्रभाव से हुई है. स्थिति लगातार बिगड़ती रही और उनकी हालत संकटपूर्ण होती चली गई. बाद में उन्हें संजय गांधी पीजीआई के CCMICU में रेफर किया गया, जहां लगभग 22 दिन तक इलाज चला, लेकिन 22 अक्टूबर की शाम छह बजे उन्होंने दम तोड़ दिया.
परिजनों ने रुचि के पति अमिय पर मानसिक प्रताड़ना, घरेलू हिंसा और दूसरी महिला से संबंध रखने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि यह मौत अचानक नहीं बल्कि योजनाबद्ध तरीके से की गई है. परिवार का आरोप है कि गर्भवती होने के बाद से रुचि की तबीयत लगातार खराब रहती थी और दोबारा मिलने वाली अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट के कुछ ही मिनट बाद उसकी हालत का अचानक बिगड़ना कई सवाल खड़े करता है.
इंस्पेक्टर गोमतीनगर विस्तार सुधीर अवस्थी ने बताया कि परिजनों की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अस्पताल के मेडिकल दस्तावेजों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं की गंभीरता से जांच कर रही है.