Tue, 15 Jul 2025 15:01:28 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
लखनऊ: कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी मंगलवार को लखनऊ पहुंचे, जहां वे एमपी-एमएलए विशेष अदालत में एक मानहानि के मामले में पेश होंगे। यह मामला भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भारतीय सेना को लेकर कथित रूप से की गई एक अमर्यादित टिप्पणी से जुड़ा है। इस प्रकरण ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में काफी चर्चा बटोरी है और अब कानूनी मोड़ पर पहुंच चुका है।
राहुल गांधी पर यह आरोप है कि उन्होंने 16 दिसंबर 2022 को भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक सार्वजनिक मंच से ऐसा बयान दिया, जिसमें उन्होंने 9 दिसंबर 2022 को भारत-चीन सीमा पर तवांग (अरुणाचल प्रदेश) में हुई सैन्य झड़प का संदर्भ लेते हुए कहा था कि “चीन की सेना हमारे सैनिकों को पीट रही है, और भारतीय मीडिया इस पर कोई सवाल नहीं पूछता।” यह बयान कथित तौर पर देश की सेना के मनोबल को ठेस पहुंचाने वाला माना गया।
इस टिप्पणी को लेकर बॉर्डर रोड्स ऑर्गनाइजेशन (बीआरओ) के पूर्व महानिदेशक उदय शंकर श्रीवास्तव ने राहुल गांधी के खिलाफ लखनऊ की एमपी-एमएलए कोर्ट में एक आपराधिक मानहानि की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायतकर्ता का कहना है कि राहुल गांधी का बयान न केवल सेना की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि यह उन जवानों और उनके परिवारों का भी अपमान है, जो सीमाओं पर देश की सुरक्षा में तैनात हैं।
शिकायत का संज्ञान लेते हुए विशेष मजिस्ट्रेट कोर्ट ने राहुल गांधी को आरोपी के रूप में तलब किया और व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया था। हालांकि, राहुल गांधी ने इस समन के खिलाफ इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ में याचिका दायर कर राहत की मांग की थी, लेकिन अदालत ने उनकी याचिका खारिज करते हुए उन्हें निचली अदालत में पेश होने का निर्देश दिया।
इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी के बयान को “राजनीतिक अभिव्यक्ति” करार दिया है और इसे लोकतांत्रिक अधिकारों के दायरे में बताया है। वहीं, भाजपा और सेना से जुड़े संगठनों ने इस बयान की निंदा करते हुए कहा है कि इस तरह की टिप्पणियां देश के जवानों की शहादत और साहस का अपमान हैं।
गौरतलब है कि यह मामला फिलहाल लखनऊ की एमपी-एमएलए कोर्ट में लंबित है और आज की सुनवाई में राहुल गांधी की व्यक्तिगत पेशी से इस पर आगे की कार्रवाई तय होगी। अब यह देखना अहम होगा कि अदालत इस मामले में आगे क्या रुख अपनाती है और राहुल गांधी की तरफ से क्या दलीलें दी जाती हैं।