Tue, 05 Aug 2025 12:31:13 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
नई दिल्ली: स्वतंत्रता दिवस समारोह से ऐन पहले राजधानी दिल्ली के सबसे संवेदनशील और सुरक्षित क्षेत्रों में शुमार लालकिला की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक बड़ा और चौंकाने वाला घटनाक्रम सामने आया है। सोमवार को लालकिले के भीतर एक डमी बस सुरक्षा घेरा भेदते हुए बिना किसी रोक- टोक के प्रवेश कर गई, और हैरान करने वाली बात यह रही कि वहां तैनात सुरक्षाकर्मी सोते रह गए। यह वाकया ऐसे समय पर हुआ जब सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जा रहे थे। घटना की खबर मिलते ही पुलिस और खुफिया महकमे में हड़कंप मच गया।
हालांकि बाद में खुलासा हुआ कि यह एक योजनाबद्ध अभ्यास था, जिसे स्पेशल सेल द्वारा सुरक्षा जांच के उद्देश्य से अंजाम दिया गया था। इस ऑपरेशन की पूर्व जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को थी, लेकिन ड्यूटी पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों को जानबूझकर अंधेरे में रखा गया था ताकि उनकी सतर्कता की वास्तविक परख की जा सके। पर नतीजे बेहद चिंताजनक रहे। इस लापरवाही को देखते हुए उत्तरी जिला के पुलिस उपायुक्त राजा बांठिया ने तत्काल कार्रवाई करते हुए ड्यूटी पर मौजूद सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। साथ ही पूरे सुरक्षा तंत्र की समीक्षा करने और नई सुरक्षा योजना बनाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
राजा बांठिया ने स्पष्ट किया कि यह सुरक्षा अभ्यास 15 अगस्त से पहले सुरक्षा तैयारियों की सच्चाई जांचने के लिए किया गया था। “अगर यह वास्तविक खतरा होता, तो इसके गंभीर नतीजे हो सकते थे। इतनी आसानी से लालकिले में प्रवेश सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल देता है,” उन्होंने कहा। इसके मद्देनजर लालकिले में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है और सुरक्षा घेराबंदी को और कड़ा करने के निर्देश दिए गए हैं।
घटना का असर सिर्फ इस एक अभ्यास तक सीमित नहीं रहा। इसी दिन लालकिले में प्रवेश का प्रयास कर रहे पांच बांग्लादेशी नागरिकों को सुरक्षाबलों ने धर दबोचा। पूछताछ में सामने आया कि सभी आरोपी अवैध रूप से भारत में रह रहे थे और उनके पास फर्जी आधार कार्ड और अन्य पहचान पत्र पाए गए। गिरफ्तार किए गए लोगों को डिटेंशन सेंटर भेजा गया है और उन्हें वापस बांग्लादेश भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
गौरतलब है कि लालकिला लंबे समय से आतंकवादी और असामाजिक तत्वों के निशाने पर रहा है। स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व के दौरान इसकी सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक पूरे देश के लिए गंभीर खतरे का कारण बन सकती है। यही वजह है कि इस पूरी घटना को सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है। पुलिस विभाग ने लापरवाही बरतने वाले कर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी है और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए कड़े कदम उठाने की बात कही है।
इस पूरे घटनाक्रम ने यह तो साफ कर दिया है कि दिखावटी सुरक्षा के बजाय ज़मीनी स्तर की चौकसी और सतर्कता कहीं अधिक जरूरी है, खासकर तब जब देश एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व की तैयारियों में जुटा है।