Wed, 17 Sep 2025 15:17:17 - By : Shriti Chatterjee
वाराणसी के कंसापुर स्थित समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय में बुधवार को भगवान विश्वकर्मा की पूजा विधि-विधान और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ संपन्न हुई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे। पूजा के बाद कार्यकर्ताओं ने सरकार द्वारा विश्वकर्मा जयंती पर घोषित अवकाश को रद्द करने के फैसले की कड़ी निंदा की और विरोध प्रदर्शन भी किया।
पूजन कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष प्रदीप यादव ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा हिंदू धर्म में ब्रह्मांड के दिव्य शिल्पकार माने जाते हैं। उन्होंने चारों युगों में नगरों, भवनों और दिव्य धामों का निर्माण किया था, जिनमें जगन्नाथपुरी के जगन्नाथ मंदिर की विशाल मूर्ति का निर्माण भी शामिल है। यादव ने कहा कि धर्म की बात करने वाली सरकार का यह निर्णय विडंबना है कि ऐसी महत्वपूर्ण तिथि पर होने वाले अवकाश को ही समाप्त कर दिया गया। उन्होंने इसे आस्था और परंपरा से जुड़ी भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला कदम बताया।
जिला महासचिव हृदय नारायण प्रजापति ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा की जयंती केवल एक धार्मिक पर्व नहीं बल्कि श्रमिक, कारीगर और तकनीकी वर्ग से जुड़े लोगों का बड़ा उत्सव भी है। ऐसे में अवकाश रद्द करना इस समाज के योगदान को कमतर आंकने जैसा है। कार्यक्रम में मौजूद अन्य नेताओं ने भी कहा कि सरकार का यह निर्णय समाज के एक बड़े वर्ग के लिए निराशाजनक है।
पूजन और विरोध कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं ने जयकारे लगाए और भगवान विश्वकर्मा से समाज और देश की समृद्धि की कामना की। इसके साथ ही सरकार से अवकाश को बहाल करने की मांग उठाई।
इस अवसर पर जिला महासचिव हृदय नारायण प्रजापति के अलावा आरिफ सिद्दीकी, कल्लन यादव, शैलेश सिंह मंटु, संतोष यादव, लालचंद बिंद, केशनारायण यादव, सूबेदार विश्वकर्मा, कंचन सोनकर, सुहेल अंसारी, आशीष विश्वकर्मा, दिलीप पासी, गुलाब पाल, डॉ. सूर्यमणि यादव, महेंद्र गोड, नरेंद्र यादव, सतलाल यादव, गामा प्रसाद यादव, अंकित पांडेय, मिल्लू यादव, मेवा पासी, शिवा यादव और रवि यादव सहित कई कार्यकर्ता शामिल हुए।
पूजा और विरोध कार्यक्रम का समापन भगवान विश्वकर्मा के जयकारों और अवकाश बहाल करने की मांग के साथ हुआ। पूरे परिसर में आस्था और विरोध का मिश्रित माहौल देखने को मिला।