Wed, 03 Sep 2025 17:02:16 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
लखनऊ: बाराबंकी के श्रीराम स्वरूप विश्वविद्यालय में छात्रों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज की गूंज राजधानी लखनऊ तक पहुंच गई। इस घटना के विरोध में समाजवादी पार्टी (सपा) कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को जोरदार प्रदर्शन किया और राजभवन के सामने धरना देकर प्रदेश सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई।
प्रदर्शन के दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार पर छात्र विरोधी होने का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। उनका कहना था कि शिक्षा से जुड़े मुद्दों पर आवाज उठाने वाले छात्रों और युवाओं को बल प्रयोग के जरिए दबाना लोकतंत्र के खिलाफ है। राजभवन के सामने जमा भीड़ लगातार सरकार को घेरने की कोशिश कर रही थी।
हालांकि, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया और कई कार्यकर्ताओं को मौके से हिरासत में ले लिया। उन्हें पुलिस की गाड़ियों में भरकर ईको गार्डेन भेजा गया। इस दौरान मौके पर अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला। हिरासत में लिए गए कार्यकर्ताओं ने भी नारेबाजी जारी रखी और कहा कि वे छात्रों के हक की लड़ाई सड़क से सदन तक लड़ेंगे।
गौरतलब है कि विवाद की जड़ श्रीराम स्वरूप विश्वविद्यालय में एलएलबी की डिग्री की वैधता से जुड़ा मुद्दा है। इसी को लेकर सोमवार को छात्र और एबीवीपी कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे। तभी पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया, जिससे मामला तूल पकड़ गया। घटना की गूंज शासन स्तर तक पहुंची और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर नाराजगी जताई।
मुख्यमंत्री के संज्ञान में आने के बाद तुरंत कार्रवाई की गई। सीओ सिटी हर्षित चौहान को उनके पद से हटा दिया गया, जबकि शहर के आरके राणा और गदिया चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया गया। साथ ही पूरे प्रकरण की जांच की जिम्मेदारी अयोध्या मंडलायुक्त राजेश कुमार को सौंपी गई है। सूत्रों के अनुसार, मंडलायुक्त बुधवार शाम तक अपनी जांच रिपोर्ट शासन को सौंप देंगे, जिसके बाद मामले में आगे की कार्रवाई तय होगी।